लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और इस बीच ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन के उच्चाधिकारियों के साथ कोरोना को लेकर बैठक की. इस दौरान उन्होंने राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10-10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करके लोगों की जान बचाई जा सकेगी.
ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की कार्रवाई रहेगी जारी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) एक छोटी और अति महत्वपूर्ण इकाई है. यहां ऑक्सीजन प्लांट लगाने की लंबी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के साथ ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जैसी तुरंत उपयोग में आने वाली उपयोगी प्रणाली प्रभावी हो सकती है. सीएम ने निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी सीएचसी में न्यूनतम 10-10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया जाए. इससे पहले ही योगी सरकार ने हर जिले के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड डेडिकेटेड के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उस पर काम भी चल रहा है.
राज्य में 821 सीएचसी में करीब 24 हजार बेड
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 821 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं. प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर कुल 30 बेड हैं. पूरे प्रदेश की बात की जाए तो सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर 24 हजार 630 बेड हैं. प्रत्येक केंद्र पर 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हो जाने से काफी राहत मिलेगी.
क्या है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और कैसे करता है काम
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन मरीजों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है. खासकर जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट की कोई व्यवस्था नहीं है, उन अस्पतालों के लिए और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर अति उपयोगी साबित हो सकती है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हल्का होता है. एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सहजता होती है. कई कंपनियां इसका निर्माण करती हैं. इसे घर हो या बाहर की सामान्य हवा से ऑक्सीजन जनरेट किया जा सकता है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सामान्य हवा से ऑक्सीजन तैयार करने वाली मशीन है.
टीम वर्क से मिलने लगे अच्छे परिणाम
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कोविड प्रबंधन की दिशा में टीम वर्क से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. लगभग एक सप्ताह से प्रदेश के रिकवरी दर में हर दिन सुधार देखने को मिल रहा है. विगत 24 घंटे में प्रदेश में 35 हजार 903 लोग कोविड से लड़ाई जीत कर स्वस्थ हुए हैं. सभी प्रदेशवासी कोविड विहेवियर के अनुरूप आचरण करें. मास्क, सैनिटाइजर और दो गज दूरी के सिद्धांत को व्यवहार में लाएं, ताकि हम कोरोना को परास्त कर सकें.
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जांच की क्षमता को किया जा रहा दोगुना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चार करोड़ टेस्ट के साथ उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड टेस्ट करने वाला राज्य है. इसे लगातार बढ़ाये जाने की जरूरत है. उन्होंने सभी निजी और सरकारी प्रयोगशालाओं की क्षमता को दोगुना करने के निर्देश दिए हैं. अगले कुछ दिनों में ही प्रदेश में जांच की क्षमता दोगुनी हो जाएगी.
बेड भी दोगुना किये जायेंगे
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण की दृष्टि से हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा. अगले कुछ दिनों के भीतर प्रदेश में कोविड डेडिकेटेड बेड की वर्तमान क्षमता को दोगुना किया जाए. स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग सरकारी व्यवस्था के साथ-साथ निजी क्षेत्र के सहयोग से बेड को दोगुना करना सुनिश्चित कराए. सचिव स्तर के एक अधिकारी को इस काम में लगाया जाए. इसकी दैनिक मॉनिटरिंग की जानी चाहिए.
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हर जिले में दो सीएचसी को कोविड इलाज के लिए सक्षम बनाया जाए
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश है कि सभी जिलों में दो-दो सीएचसी को कोविड मरीजों के सेवार्थ डेडिकेटेड किया जाए. स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में पिछले सप्ताह में जिलावार 200-200 बेड बढ़ाए गए हैं. इससे करीब 15000 बेड बढ़े हैं. कोविड हॉस्पिटल के रूप में नए निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाए.
डीएम/सीएमओ के पास उपलब्ध कराया गया रेमेडेसीवीर इंजेक्शन
सीएम योगी ने बैठक के दौरान कहा कि जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए. मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों को रेमेडेसीवीर इंजेक्शन आवंटित किया गया है. जरूरतममंदों की मदद के लिए डीएम/सीएमओ को भी रेमेडेसीवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराया गया है. केंद्र सरकार ने 30 अप्रैल तक की अवधि के लिए उत्तर प्रदेश को रेमेडेसीवीर के एक लाख 61 हजार वॉयल आवंटित किए हैं. एक मई से इसमें दोगुनी बढ़ोतरी की संभावना है. सीएम ने कहा कि आपूर्ति के अन्य साधनों से भी संपर्क किया जा रहा है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को यह इंजेक्शन निःशुल्क उपलब्ध है. जरूरत के अनुसार निजी अस्पतालों को भी इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है.
परिजनों की नाराजगी पर भी संयम रखें अधिकारी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को संयम रखने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में हमें अतिरिक्त संवेदनशील होने की जरूरत है. यदि कोई मरीज या परिजन क्षणिक आवेश में नाराजगी जाहिर करता है तो भी उससे संवेदना पूर्ण व्यवहार ही किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी फोन जरूर रिसीव करें और लगातार जनता से संपर्क में रहें. आइसीसीसी सहित सभी हेल्पलाइन को प्रभावी बनाए जाने के निर्देश भी सीएम योगी ने दिए.
मंगलवार को 630 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति हर दिन बेहतर करने का प्रयास किए जा रहें हैं. कल लगभग 630 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई है. इससे एक दिन पूर्व लगभग 530 मीट्रिक टन ऑक्सीजन विभिन्न अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया था. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी जिलों के हर एक कोविड अस्पताल की स्थिति पर नजर रखी जाए और उस अनुरूप समय से पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए.
टेलीकन्सल्टेशन के लिए फोन लाइन में बढ़ोतरी की जरूरत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों का विशेष ध्यान दिया जाए. फोन करके उनके बारे में जानकारी ली जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टेलीकन्सल्टेशन के लिए फोन लाइन में बढ़ोतरी की जरूरत है. कानपुर नगर, प्रयागराज, लखनऊ, वाराणसी, बरेली आगरा जैसे अधिक संक्रमण वाले जिलों में लाइन बढ़ाकर अधिकाधिक लोगों से हर दिन संवाद किया जाए. उन्हें आवश्यक दवाएं और परामर्श उपलब्ध कराया जाए.