लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में विपक्षी नेताओं के संगठन 'गुपकार' को देश की संप्रभुता और अखंडता से खिलवाड़ की कुत्सित कोशिश करार दिया है. गुपकार में कांग्रेसी नेताओं की सहभागिता को शर्मनाक बताते हुए सीएम योगी ने कहा है कि 'कांग्रेस का हाथ, अलगाववादियों के साथ' है. इनके नेता दिल्ली में कुछ बोलते हैं और घाटी में कुछ और करते हैं.
भाजपा के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली राष्ट्रीय पार्टी का यह दोहरा चरित्र निंदनीय है. देश यह स्वीकार नहीं करेगा. इसके लिए पार्टी नेतृत्व को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी ने कांग्रेस नेतृत्व से अनुच्छेद 370 के मसले पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.
मोदी के नेतृत्व में बढ़ रहा देश
पत्रकारों से मुखातिब योगी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की संकल्पना को खंडित करने का प्रयास किया है. अब जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दृढ़संकल्पों से यह सपना साकार हो रहा है, तो कांग्रेस के नेताओं को नहीं सुहा रहा. शत्रु देश से मदद लेने की बात करने वाले फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं से जुड़ना कांग्रेस के लिए शर्मनाक है.
कांग्रेस के नेता निशाने पर
संविधान की शपथ लेकर केंद्रीय मंत्री रहे पी. चिदम्बरम और गुलाम नबी आजाद जैसे कांग्रेसी नेता अनुच्छेद 370 की बहाली की बात करते रहे हैं. यह लोग हमेशा से ही अलगाववादी और आतंकवादी विचारों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहे हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा.
देश की अखंडता के खिलाफ साजिश
सीएम योगी ने कहा कि गुपकार समझौता दरअसल, देश की अखंडता को समाप्त करने की शरारतपूर्ण साजिश है. समझौते में शामिल लोग नहीं चाहते की जम्मू-कश्मीर में विकास हो, स्थानीय निकाय समृद्ध हों. वे नहीं चाहते कि वहां के लोग अपने अधिकारों के लिए जागरूक हों, उन्हें भी देश के अन्य हिस्सों की तरह बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलें. क्योंकि अगर ऐसा हो गया तो उन अलगाववादी विचारों का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा, जिनको अपने हित में ये लोग लगातार खाद-पानी देते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इन कुत्सित प्रयासों को कतई सफल नहीं होने दिया जाएगा.