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नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए तीन तलाक बिल आवश्यक था: सीएम योगी

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Published : Jul 31, 2019, 2:38 AM IST

तीन तलाक बिल पास होने पर सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम का अभिनंदन किया. साथ ही उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष के बीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए यह बिल पास होना जरूरी था.

सीएम योगी.

लखनऊ: तीन तलाक बिल पास होने पर सीएम योगी ने कहा कि विधेयक का संसद में पारित होना भारत के संसदीय इतिहास का सबसे गौरवशाली दिन है. इस बिल का पारित होना केवल किसी मत, मजहब या जाति के लिए नहीं, बल्कि नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए आवश्यक था. प्रधानमंत्री मोदी के उठाए गए इस कदम के लिए हम उनका अभिनंदन करते हैं.

तीन तलाक पर सीएम योगी का बयान.

तीन तलाक पर सीएम योगी का बयान-

  • भारत के संविधान में किसी भी नागिरक के साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव को स्थान नहीं दिया गया है.
  • महिला और पुरुष के बीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए यह बिल पास होना जरूरी था.
  • दुनिया के तमाम देश जिनमें बहुत सारे इस्लामिक देश भी शामिल हैं, उन्होंने अपने यहां तीन तलाक की कुप्रथा को प्रतिबंधित कर रखा है.
  • आजादी के बाद से देश में तीन तलाक की प्रथा व्यवस्था चली आ रही थी.
  • जो लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते थे, उन लोगों ने लोकसभा और राज्यसभा में नारी गरिमा के प्रतीक इस बिल का विरोध किया.
  • देश में कांग्रेस और प्रदेश में सपा-बसपा जैसे दलों के नेताओं के चेहरे बेनकाब हुए हैं.
  • नारी सशक्तिकरण की दिशा में इस बड़े कदम को हम आगे बढ़ाने में सफल होंगे.

लखनऊ: तीन तलाक बिल पास होने पर सीएम योगी ने कहा कि विधेयक का संसद में पारित होना भारत के संसदीय इतिहास का सबसे गौरवशाली दिन है. इस बिल का पारित होना केवल किसी मत, मजहब या जाति के लिए नहीं, बल्कि नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए आवश्यक था. प्रधानमंत्री मोदी के उठाए गए इस कदम के लिए हम उनका अभिनंदन करते हैं.

तीन तलाक पर सीएम योगी का बयान.

तीन तलाक पर सीएम योगी का बयान-

  • भारत के संविधान में किसी भी नागिरक के साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव को स्थान नहीं दिया गया है.
  • महिला और पुरुष के बीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए यह बिल पास होना जरूरी था.
  • दुनिया के तमाम देश जिनमें बहुत सारे इस्लामिक देश भी शामिल हैं, उन्होंने अपने यहां तीन तलाक की कुप्रथा को प्रतिबंधित कर रखा है.
  • आजादी के बाद से देश में तीन तलाक की प्रथा व्यवस्था चली आ रही थी.
  • जो लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते थे, उन लोगों ने लोकसभा और राज्यसभा में नारी गरिमा के प्रतीक इस बिल का विरोध किया.
  • देश में कांग्रेस और प्रदेश में सपा-बसपा जैसे दलों के नेताओं के चेहरे बेनकाब हुए हैं.
  • नारी सशक्तिकरण की दिशा में इस बड़े कदम को हम आगे बढ़ाने में सफल होंगे.
Intro:लखनऊ: नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए तीन तलाक बिल आवश्यक था: योगी

लखनऊ। तीन तलाक बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन तलाक विधेयक का संसद में पारित होना भारत के संसदीय इतिहास का सबसे गौरवशाली दिन है। इस बिल का पारित होना केवल किसी मत, मजहब या जाति के लिए नहीं, बल्कि नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए आवश्यक था। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए इस कदम के लिए हम उनका अभिनंदन करते हैं।Body:मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान में किसी भी नागिरक के साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव को स्थान नहीं दिया गया है। महिला और पुरुष के बीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए यह बिल जरूरी था। दुनिया के तमाम देशों, जिनमें बहुत सारे इस्लामिक देश भी शामिल हैं, अपने यहां तीन तलाक की कुप्रथा को प्रतिबंधित कर रखा है। उस सबके बावजूद आजादी के बाद से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रिक देश यानी हमारे देश के अंदर यह व्यवस्था चली आ रही थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्य कि बात है कि जो लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते थे, उन लोगों ने लोकसभा और राज्यसभा में नारी गरिमा के प्रतीक इस बिल का विरोध किया। देश में कांग्रेस और प्रदेश में सपा-बसपा जैसे दलों के नेताओं के चेहरे बेनकाब हुए हैं। अब उनके चेहरे सबके सामने आ चुके हैं। मैं विश्वास करता हूं नारी सशक्तिकरण की दिशा में इस बहुत बड़े कदम को हम आगे बढ़ाने सफल होंगे।Conclusion:
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