ETV Bharat / state

ऐशबाग की रामलीला देखने पहुंचे CM योगी, कहा- हम रामराज्य की कल्पना करते हैं - aishbagh ramlila in lucknow

राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को रामलीला ग्राउंड में रामलीला देखने पहुंचे. सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में बहुत से लोगों को राम का नाम लेते ही करंट लग जाता है, लेकिन राम को पूरी दुनिया श्रद्धा भाव के साथ देखती है. जब हम अच्छे राज्य के बारे में सोचते हैं तो हम रामराज्य की कल्पना करते हैं.

ऐशबाग रामलीला देखने पहुंचे सीएम योगी.
author img

By

Published : Oct 5, 2019, 5:30 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम रामलीला ग्राउंड में प्रसिद्ध रामलीला देखने पहुंचे. इस दौरान सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में बहुत से लोगों को राम का नाम लेते ही करंट लग जाता है, लेकिन राम को पूरी दुनिया श्रद्धा भाव के साथ देखती है. जब हम अच्छे राज्य के बारे में सोचते हैं तो हम रामराज्य की कल्पना करते हैं. सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन समेत रामलीला कमेटी के अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे.

ऐशबाग रामलीला देखने पहुंचे सीएम योगी.

इस देश की आत्मा में बसे हैं राम
सीएम योगी ने कहा कि एक ऐसा राज्य जहां अराजकता न हो, कानून की दृष्टि से सभी लोग समान हों, एक ऐसी व्यवस्था जो सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी हो. उसे भारत ने स्वीकार किया है. सीएम योगी ने कहा कि जब रामराज्य की बात आती है तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्य की परिकल्पना की जाती है. भारत का आम जनमानस, जिसने रामायण पढ़ी हो या न पढ़ी हो, रामचरितमानस देखा हो या न देखा हो, लेकिन सभी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के बारे में जानते हैं, क्योंकि उसने जन्म से अपनी मां से, अपनी दादी से, नाना से राम की कथाओं को सुना है. यही कारण है जब इस देश के अंदर दूरदर्शन ने रामायण शुरू किया तो वह सबसे लोकप्रिय धारावाहिक के रूप में अपना कीर्तिमान स्थापित किया. इस देश की आत्मा में राम बसे हैं. भारत की सनातन आस्था ने राम को जोड़कर रखा है.

यह भी पढ़ें: गौतम बुद्ध के ननिहाल देवदह को पहचान की दरकार, अनदेखा कर रही सरकार

वहीं सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में जब हमने दीपोत्सव कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का प्रयास शुरू किया तो कुछ देशों के रामलीला करने वाले कलाकारों को आमंत्रित किया गया. वह सभी मुस्लिम थे. उनसे पूछा गया कि राम से आपका क्या संबंध है. आज हमारे यहां तो राम का नाम लेते ही लोगों को करंट लग जाता है, लेकिन उन लोगों ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं. धर्म आप बदल सकते हैं. पूजा-पद्धति बदल सकते हैं, लेकिन पूर्वज बदले नहीं जाते हैं. राम हमारे पूर्वज हैं. हम रामलीला से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं. आज भी इंडोनेशिया जैसे देश भगवान राम से खुद को जुड़े हुए हैं. विगत वर्ष अयोध्या में साउथ कोरिया की फर्स्ट लेडी को आमंत्रित किया था. उनका पूरा डेलिगेशन यहां आया हुआ था. रामलीला के आयोजन को देखकर वह अभिभूत थीं.

यह भी पढ़ें: 36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र, सीएम योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना

आपको बता दें इस ऐशबाग की रामलीला देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ चुके हैं. इस रामलीला की शुरुआत गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी. तबसे निरंतर यहां रामलीला का आयोजन होता आ रहा है.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम रामलीला ग्राउंड में प्रसिद्ध रामलीला देखने पहुंचे. इस दौरान सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में बहुत से लोगों को राम का नाम लेते ही करंट लग जाता है, लेकिन राम को पूरी दुनिया श्रद्धा भाव के साथ देखती है. जब हम अच्छे राज्य के बारे में सोचते हैं तो हम रामराज्य की कल्पना करते हैं. सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन समेत रामलीला कमेटी के अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे.

ऐशबाग रामलीला देखने पहुंचे सीएम योगी.

इस देश की आत्मा में बसे हैं राम
सीएम योगी ने कहा कि एक ऐसा राज्य जहां अराजकता न हो, कानून की दृष्टि से सभी लोग समान हों, एक ऐसी व्यवस्था जो सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी हो. उसे भारत ने स्वीकार किया है. सीएम योगी ने कहा कि जब रामराज्य की बात आती है तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्य की परिकल्पना की जाती है. भारत का आम जनमानस, जिसने रामायण पढ़ी हो या न पढ़ी हो, रामचरितमानस देखा हो या न देखा हो, लेकिन सभी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के बारे में जानते हैं, क्योंकि उसने जन्म से अपनी मां से, अपनी दादी से, नाना से राम की कथाओं को सुना है. यही कारण है जब इस देश के अंदर दूरदर्शन ने रामायण शुरू किया तो वह सबसे लोकप्रिय धारावाहिक के रूप में अपना कीर्तिमान स्थापित किया. इस देश की आत्मा में राम बसे हैं. भारत की सनातन आस्था ने राम को जोड़कर रखा है.

यह भी पढ़ें: गौतम बुद्ध के ननिहाल देवदह को पहचान की दरकार, अनदेखा कर रही सरकार

वहीं सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में जब हमने दीपोत्सव कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का प्रयास शुरू किया तो कुछ देशों के रामलीला करने वाले कलाकारों को आमंत्रित किया गया. वह सभी मुस्लिम थे. उनसे पूछा गया कि राम से आपका क्या संबंध है. आज हमारे यहां तो राम का नाम लेते ही लोगों को करंट लग जाता है, लेकिन उन लोगों ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं. धर्म आप बदल सकते हैं. पूजा-पद्धति बदल सकते हैं, लेकिन पूर्वज बदले नहीं जाते हैं. राम हमारे पूर्वज हैं. हम रामलीला से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं. आज भी इंडोनेशिया जैसे देश भगवान राम से खुद को जुड़े हुए हैं. विगत वर्ष अयोध्या में साउथ कोरिया की फर्स्ट लेडी को आमंत्रित किया था. उनका पूरा डेलिगेशन यहां आया हुआ था. रामलीला के आयोजन को देखकर वह अभिभूत थीं.

यह भी पढ़ें: 36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र, सीएम योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना

आपको बता दें इस ऐशबाग की रामलीला देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ चुके हैं. इस रामलीला की शुरुआत गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी. तबसे निरंतर यहां रामलीला का आयोजन होता आ रहा है.

Intro:लखनऊ: सीएम योगी ऐशबाग रामलीला देखने पहुंचे, कहे राम भारत की आत्मा, यहां पीएम मोदी भी आ चुके

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम इस बात की प्रसिद्ध रामलीला देखने के लिए पहुंचे। रामलीला का मंचन देखा। रामलीला ग्राउंड में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में बहुत से लोगों को राम का नाम लेते ही करंट लग जाता है। लेकिन राम को पूरी दुनिया श्रद्धा भाव के साथ देखती है। अच्छे राज्य के बारे में सोचते हैं तो उसे हम रामराज्य की कल्पना करते हैं। आपको बता दें इस ऐशबाग की रामलीला देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ चुके हैं। इस रामलीला की शुरुआत गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी। तबसे निरंतर यहां रामलीला का आयोजन होता आ रहा है।

Body:सीएम योगी ने कहा कि एक ऐसा राज्य जहां अराजकता न हो। कानून की दृष्टि से सभी लोग समानरूप से संचालित हों। एक ऐसी व्यवस्था जो सर्व स्पर्शी हो, सर्व समावेशी हो। उसे भारत ने स्वीकार किया है। जब राम राज्य की बात आती है। तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्य की परिकल्पना की जाती है। भारत का आम जनमानस, उसने रामायण पढ़ी हो, नहीं पढ़ी हो, रामचरितमानस देखा हो, ना देखा हो लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के बारे में जानता है। क्योंकि उसने जन्म से अपनी मां से, अपनी दादी से, नाना से अपनी कथाओं को सुना है। हर सनातनी अपने साथ जोड़कर देखता है। यही कारण है जब इस देश के अंदर दूरदर्शन ने रामायण शुरू किया तो वह सबसे लोकप्रिय धारावाहिक के रूप में अपना कीर्तिमान स्थापित किया। इस देश की आत्मा में राम बसे हैं। भारत की सनातन आस्था ने राम को जोड़कर रखा है।

अयोध्या में जब दीपोत्सव कार्यक्रम को हमने आगे बढ़ाने का प्रयास शुरू किया तो कुछ देशों के रामलीला करने वाले कलाकारों को आमंत्रित किया गया। वह सभी मुस्लिम थे। उनसे पूछा गया कि राम से आपका क्या संबंध है। आज हमारे यहां तो राम का नाम लेते ही लोगों को करंट लग जाता है लेकिन उन लोगों ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं। धर्म आप बदल सकते हैं। पूजा पद्धति बदल सकते हैं। लेकिन पूर्वज बदले नहीं जाते हैं। राम हमारे पूर्वज हैं। हम रामलीला को से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं। आज भी इंडोनेशिया जैसे देश भगवान राम से खुद को जुड़े हुए हैं। विगत वर्ष अयोध्या में साउथ कोरिया की फर्स्ट लेडी को आमंत्रित किया था। उनका पूरा डेलिगेशन यहां आया हुआ था। रामलीला के आयोजन को देखकर वह अभिभूत थीं।

आश्चर्य होता है कि 2000 वर्षों पूर्व भारत के साथ संबंध को उन्होंने उजागर किया। उनके मन में अयोध्या के प्रति श्रद्धा भाव थे। भगवान राम के प्रति, भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी श्रद्धा देखने लायक है। रामायण पर शोध होना चाहिए इसे जीवंत बनाया जाना चाहिए। इस मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन समेत रामलीला कमेटी के अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.