लखनऊ: रूस दौरे से वापस लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रूस के साथ कृषि, ऊर्जा व खाद्य प्रसंस्करण समेत अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सात एमओयू हस्ताक्षर हुए हैं. रूस में निवेश की दृष्टि से यूपी के उद्यमियों के लिए सुनहरा अवसर है.
सीएम ने दी जानकारी-
- सीएम योगी ने कहा कि भारत के प्रतिनिधिमंडल को रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र का दौरा करने का अवसर मिला.
- क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा देश है. आबादी के हिसाब से 18 से 19 करोड़ आबादी है.
- जिस क्षेत्र में हम गए वह रूस की कुल 35 फीसद क्षेत्रफल है, लेकिन रूस की केवल पांच फीसद आवादी इस क्षेत्र में रहती है.
- पीएम मोदी और पुतिन की मित्रता की वजह से दोनों देशों के बीच मैत्री और भी ऊंचाई पर गया.
- रूस में तेल, कोयला, डायमंड जैसे खनिज उपलब्ध है.
- जिस क्षेत्र में गए वह कृषि योग्य भूमि है, लेकिन कृषि करने वाले नहीं है.
रुस के मन में भारत के प्रति है सम्मान-
- उन्होंने कहा कि भारत वहां कृषि क्षेत्र में काम कर सकता है.
- हमारे साथ अन्य अधिकारियों का समूह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी गए हुए थे.
- रूस के उपप्रधानमंत्री, रूसी गणराज्य के मन्त्री और अधिकरी आपस मे बैठकर चर्चा की.
- भारत के प्रति रूस के मन में सम्मान है, यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है.
मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है-
- उन लोगों ने स्वीकार किया कि मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है.
- हम लोगों ने बताया कि भारत दुनिया के अंदर सबसे ज्यादा खाद्यान्न पैदा करने वाला देश है.
- हमने रूस को प्रस्ताव दिया कि हमारे पास मैन पावर है. आपके पास भूमि है, इस सब पर आपस में सहमति बनी है.
उन्होंने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा, ऑयल गैस व अन्य क्षेत्र में रूस के साथ सात एमओयू हुए हैं. वहां निवेश के साथ निर्यात के बेहतर संभवनाएं हैं. यूपी सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर में निवेश के लिए रूस के उद्यमियों को आमंत्रित किया है.
इस संबंध में बात करने के लिए अलग से एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा. वो रूस के साथ बेहतर तालमेल के साथ व्यवसाय को आगे बढ़ाएंगे. वहीं पीएम मोदी सितंबर में रूस दौरे पर जा रहे हैं. इससे दोनों देशों के बीच निश्चित तौर पर बेहतर संबंध होंगे.