लखनऊः संत रविदास जयंती के अवसर पर सरकार ने उनके मंदिर के सौंदर्यीकरण का एलान किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को कृष्णानगर स्थित संत रविदास मन्दिर में पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर उन्होंने कैण्ट विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी से संत रविदास के इस मंदिर के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा.
सनातन धर्म को नई ऊंचाई दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 645 वर्ष पूर्व महान संत रविदास जी का प्राकट्य हुआ था. उन्होंने काशी की धरती पर जन्म लेकर भारत के सनातन धर्म की परम्परा को नयी ऊंचाइयां दीं. अटल जी कहा करते थे कि आदमी न छोटा होता है, न बड़ा होता है, न ऊंचा होता है, न नीचा होता है, आदमी तो सिर्फ आदमी होता है. यह भाव हम सब इस रूप में देख रहे हैं कि व्यक्ति अपने कर्माें के माध्यम से कैसे महानता हासिल करता है. कैसे लोकपूज्य हो सकता है. सन्त रविदास जी का जीवन चरित्र हम सबको इस बात की प्रेरणा प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा काशी स्थित सन्त रविदास की जन्मस्थली का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है.
मन चंगा तो कठौती में गंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय मनीषा ने धर्म को कर्तव्य माना है. उसकी जीती जागती प्रतिमूर्ति सन्त रविदास जी हैं. रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा. यदि हम अन्तःकरण से शुद्ध हैं, तो साधना का प्रतिफल भी उसी रूप में प्राप्त होता है. सन्त रविदास जी ने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया.
83 साल से उनकी शिक्षा का प्रसार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सन्त रविदास सेवा समिति लखनऊ द्वारा विगत 83 वर्षाें से सन्त रविदास जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने में मददगार सिद्ध हो रहा है. उन्होंने कहा कि महान सन्त के आदर्शाें से प्रेरणा ग्रहण करके हम सब अपने देश और समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं.
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, मण्डलायुक्त लखनऊ रंजन कुमार, जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश सहित मन्दिर के पदाधिकारी मौजूद रहे.