लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. उन्होंने कहा कि 'हिंदू तन मन, हिंदू जीवन, रग मेरा... ऐसी पंक्तियां लिखने का साहस केवल अटल बिहारी वाजपेयी जैसे राजनेता में ही था. अटल बिहारी वाजपेयी ने अंत्योदय की बात की तो देश को एकजुट रखने के लिए उन्होंने हर तरह का त्याग किया. हम आज उन्हीं की बताई हुई प्रेरणा पर चल रहे हैं, जिससे समाज के सबसे पिछड़े वर्ग को भी लाभ हो रहा है.
चौक स्थित अटल कन्वेंशन सेंटर में अटल बिहारी वाजपेयी फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सहित उत्तर प्रदेश के अनेक अतिथियों ने भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत से पहले यहां परिसर में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी मुख्यमंत्री ने किया. इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, तकनीकी शिक्षा मंत्री और अपना दल नेता आशीष पटेल, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल के अलावा बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के नेता मौजूद रहे. इस मौके पर राष्ट्रीय स्तर के कवियों का एक कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया. अटल बिहारी वाजपेयी के साथ काम करने वाले कुछ बुजुर्गों को सम्मानित किया गया.
इस मौके पर बृजेश पाठक ने कहा कि 'अटल बिहारी वाजपेयी की प्रेरणा से हम आगे बढ़ रहे हैं. हमारा फाउंडेशन अटल जी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दे रहा है. हम लगातार इसी तरह के आयोजन करते रहेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व बहुमुखी था. वे पत्रकार भी थे. वे साहित्यकार भी थे. वह एक राजनेता भी थे. एक जन नेता के तौर पर उनका यशस्वी मार्गदर्शन इस देश को मिलता रहा. विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने देश को एकजुट किया. जब देश की बात आई तब राजनीतिक मतभेदों से उठकर उन्होंने काम किया. इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र को बचाने के लिए अटल जी ने जनसंघ का विलय कर दिया था.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'अटल बिहारी वाजपेयी एक संवेदनशील इंसान के तौर पर जाने जाते थे. अटल बिहारी वाजपेयी ने किसी भी व्यक्ति के प्रति अपनी कड़वाहट को कभी सार्वजनिक नहीं किया. उनकी स्मृतियां आज पुण्यतिथि पर भी हम सभी के मन में हैं. नए राजनेताओं को संवेदनशील बनने के लिए अटल जी से प्रेरणा लेनी होगी. उनके नाम पर लखनऊ में मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'आज हम अटल जी की बताई हुई प्रेरणा पर चल रहे हैं. गरीब को मुफ्त राशन मिल रहा है. हर घर में चूल्हा पहुंचा है. जातिवादी राजनीति पर अपनी रोटियां सेकने वालों से पूछा जाना चाहिए. गरीब को मकान मिल रहा है क्या उसकी जाति पूछी गई थी. सुरक्षा और शौचालय पाने वाले की जाति क्या थी. आयुष्यमान भारत योजना में लाभ मिलने वाले को क्या जाति पूछी थी.'