लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 16 जुलाई से 22 जुलाई तक मनाए जाने वाले भूजल सप्ताह के अंतर्गत भूजल संरक्षण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूजल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण के उद्देश्य से आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल को भी पालन करने की अपील की है. भूजल संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता को दिए अपने संदेश में कहा है कि भूजल जन जागरूकता के उद्देश्य से प्रदेश में भूजल सप्ताह आयोजित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूजल एक महत्वपूर्ण एवं बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन है. विगत दो दशकों में विभिन्न कारणों से भूगर्भ जल की मांग में हुई अप्रत्याशित वृद्धि से जहां एक और इसकी उपलब्धता में कमी आई है. वहीं दूसरी ओर भूजल प्रदूषण एवं जल प्लावन की समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं. इसको ध्यान में रखते हुए जल संरक्षण से जुड़े कार्यों में वृहद स्तर पर जागरूकता सृजित करना आवश्यक है. जल की हर एक बूंद को सुरक्षित संरक्षित करने के उद्देश्य से भूजल सप्ताह का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है.
सीएम योगी ने कहा है कि राज्य सरकार भूजल संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश में भूजल संसाधनों की सुरक्षा संरक्षण प्रबंधन एवं नियमन किए जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल (प्रबंधन और विनियमन) अधिनियम 2019 प्रख्यापित किया गया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि भूजल सप्ताह के दौरान कोविड-19 से सुरक्षा संबंधी प्रोटोकाल का पूर्ण पालन करते हुए विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
प्रदेश में सिंचाई, पेयजल एवं औद्योगिक क्षेत्रों में जलापूर्ति का मुख्य स्रोत भूजल संसाधन है. परिणामस्वरुप यह प्राकृतिक स्रोत पर बढ़ती निर्भरता से भूजल संसाधन संकटग्रस्त स्थिति में पहुंच गए हैं, जो गंभीर चिंतन का विषय है. प्रदेश सरकार भूजल प्रबंधन एवं संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है.