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लखनऊ: सीएम योगी ने स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए

यूपी के सीएम योगी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और कॉलेजों के प्राचार्यों को स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सारी व्यवस्थाओं की निगरानी जिम्मेदार अफसर स्वयं करें.

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Published : May 29, 2020, 8:14 AM IST

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सीएम योगी.

लखनऊ: राजधानी मं सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और कॉलेजों के प्राचार्यों को स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सारी व्यवस्थाओं की निगरानी जिम्मेदार अफसर स्वयं करें. जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखें, उनका तुरंत प्रभावी इलाज किया जाए. लॉकडाउन का मुख्य उद्देश्य संक्रमण के फैलाव को रोकने के साथ-साथ सामुदायिक प्रसार को रोकना भी है.

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सीएम योगी.
योगी ने कहा कि सभी जिलों में एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई, मरीजों को समय से सुपाच्य, सात्विक और पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए. दोपहर का खाना एक बजे तक और शाम का खाना सात-आठ बजे के बीच में मरीजों को हर हाल में उपलब्ध कराया जाए. अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बेड की चादर रोज बदली जाए. मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए.

वेंटिलेटर की व्यवस्था पर जोर

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सीनियर डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ लगातार अस्पताल में राउंड लेते रहें. मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए. डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार मरीज की हौसला अफजाई करें, इससे मरीज की रिकवरी जल्दी होती है. एल-1 कोविड अस्पतालों में 10 से 12 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति अवश्य की जाए. एल-2 के प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की जाए. सभी जिलों में वेंटिलेटर हर हाल में क्रियाशील कर लिए जाएं. साथ ही एनेस्थेटिक और पैरामेडिक को वेंटिलेटर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाए.

मेडिकल स्टाफ इंफेक्शन से बचे

मुख्यमंत्री ने कहा कि एल-3 कोविड अस्पतालों में गंभीर कोरोना मरीज जैसे बुजुर्ग, अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग, गर्भवती महिलाएं और बच्चे रखे जाएंगे. सभी मंडलों के मंडलायुक्त कोविड अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय की उपस्थिति की समीक्षा करें. निरंतर मॉनिटर भी करें. सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजे गए अतिरिक्त संयुक्त निदेशक जिले के सीएमओ, सीएमएस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड अस्पतालों में कर्मियों की उपस्थिति की समीक्षा करें. मेडिकल स्टाफ स्वयं को मेडिकल इंफेक्शन से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरते. अस्पतालों में मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा जाए. चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री शीघ्र ही जिलों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे.

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

लखनऊ: राजधानी मं सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और कॉलेजों के प्राचार्यों को स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सारी व्यवस्थाओं की निगरानी जिम्मेदार अफसर स्वयं करें. जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखें, उनका तुरंत प्रभावी इलाज किया जाए. लॉकडाउन का मुख्य उद्देश्य संक्रमण के फैलाव को रोकने के साथ-साथ सामुदायिक प्रसार को रोकना भी है.

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सीएम योगी.
योगी ने कहा कि सभी जिलों में एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई, मरीजों को समय से सुपाच्य, सात्विक और पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए. दोपहर का खाना एक बजे तक और शाम का खाना सात-आठ बजे के बीच में मरीजों को हर हाल में उपलब्ध कराया जाए. अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बेड की चादर रोज बदली जाए. मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए.

वेंटिलेटर की व्यवस्था पर जोर

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सीनियर डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ लगातार अस्पताल में राउंड लेते रहें. मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए. डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार मरीज की हौसला अफजाई करें, इससे मरीज की रिकवरी जल्दी होती है. एल-1 कोविड अस्पतालों में 10 से 12 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति अवश्य की जाए. एल-2 के प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की जाए. सभी जिलों में वेंटिलेटर हर हाल में क्रियाशील कर लिए जाएं. साथ ही एनेस्थेटिक और पैरामेडिक को वेंटिलेटर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाए.

मेडिकल स्टाफ इंफेक्शन से बचे

मुख्यमंत्री ने कहा कि एल-3 कोविड अस्पतालों में गंभीर कोरोना मरीज जैसे बुजुर्ग, अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग, गर्भवती महिलाएं और बच्चे रखे जाएंगे. सभी मंडलों के मंडलायुक्त कोविड अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय की उपस्थिति की समीक्षा करें. निरंतर मॉनिटर भी करें. सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजे गए अतिरिक्त संयुक्त निदेशक जिले के सीएमओ, सीएमएस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड अस्पतालों में कर्मियों की उपस्थिति की समीक्षा करें. मेडिकल स्टाफ स्वयं को मेडिकल इंफेक्शन से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरते. अस्पतालों में मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा जाए. चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री शीघ्र ही जिलों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे.

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

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