लखनऊ. प्रदेश में संचारी रोगों के प्रसार को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण बैठक ली. बैठक में मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को डेंगू समेत अन्य संचारी रोगों को लेकर सावधानी बरतने, केंद्रित निवारण कार्रवाई के लिए तैयार रहने और अस्पतालों में बेड, दवाओं व अन्य जरूरी सुविधाओं को मुहैया कराने के निर्देश दिए. साथ ही, मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के आम नागरिकों से भी अपील की है कि वह संचारी रोगों को लेकर सतर्क रहें और पूरी सावधानी बरतें. इससे पहले भी मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग को डेंगू और संचारी रोगों को लेकर प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने व पर्व और त्यौहारों के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देश दे चुके हैं.
प्रिंसिपल सेक्रेट्री हेल्थ समेत अन्य आला अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि बदलते मौसम में डेंगू की आशंका रहती है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को लगातार सतर्कता बरतनी होगी. अस्पतालों में बेड की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. साथ ही, दवाओं का भी पूरा इंतजाम सुनिश्चित कर लें. इसके अलावा अन्य चीजों की भी पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. बीमार व्यक्ति को समय से समुचित इलाज मिलना चाहिए. इसके लिए पहले से तैयारी की जाए तो रोगों से लड़ने में आसानी होगी. साथ ही उन्होंने प्रदेश में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम को ठीक ढंग से चलाने को भी कहा. अस्पतालों में नियमित सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए.
बच्चों में टीकाकरण को लेकर भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है. उन्होंने नियमित टीकाकरण पर बल देते हुए कहा कि विशेष रूप से उच्च प्राथमिकता वाले चिन्हित जिलों में नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जाए. इसके प्रति कर्मचारियों व अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के साथ ही अधिक केंद्रित और तेज टीकाकरण की आवश्यक्ता है. प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए और जहां अब तक टीकाकरण नहीं हो सका है वहां मिशन मोड पर निगरानी और जिम्मेदारी के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए.
मुख्यमंत्री ने टीबी से ग्रसित रोगियों को भी तत्काल उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी का शीघ्र पता लगाने, जल्द से जल्द उपचार कराने की व्यवस्था सुनिश्चित हो. साथ ही, मुख्यमंत्री ने ऐसे पात्र रोगियों को निक्षय मित्र से लिंक कराने पर भी जोर दिया.
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