लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोकभवन में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम योगी ने कुछ बच्चियों को अन्नप्रासन कराया. इस दौरान सीएम ने तीन गर्भवती महिलाओं की गोद भराई में उन्हें उपहार भी दिए.
पोषण माह के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 199 आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास और 501 आंगनबाड़ी केंद्रों का लोकार्पण किया. साथ ही पोषण मैन्युअल सक्षम का विमोचन भी किया. आंगनबाड़ी केंद्रों को डिजिटाइजेशन किया जा रहा है. सीएम ने सहयोग एप भी लांच किया. इसके साथ ही बाल पिटारा मोबाइल एप भी लांच किया गया, इससे अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चे को गाइड करने में सहायता मिलेगी.
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत पांच वर्ष से पोषण माह कार्यक्रम सफलतापूर्वक मनाया जा रहा है. पीएम मोदी ने 2018 में इसकी शुरुआत की थी. वर्तमान और भविष्य को कुपोषण से मुक्त करने का यह बेहद महत्वपूर्ण अभियान है. किशोरी, धात्री महिलाएं, माताएं सुपोषणयुक्त होंगी तो बच्चे भी स्वस्थ सक्षम होंगे. इससे समाज और देश भी सशक्त होगा. जनपद के भ्रमण में हमारा लक्ष्य होता है कि स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल आंगनबाड़ी केंद्र जरुर जाएं. शिक्षित और स्वस्थ्य बच्चे ही मजबूत राष्ट्र का आधार होते हैं.
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सीएम ने कहा कि बच्चों को उद्धरणों के माध्यम से बेहतर सिखा सकते हैं. सीखने की ललक बचपन में ज्यादा होती है, इसलिए शिक्षकों-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी है कि बच्चों में अच्छे संस्कार डालें. यूपी में शिशु-मृत्युदर को नियंत्रित किया गया. एनीमिया रोग को नियंत्रित किया गया. 2017 से पहले शराब बेचने वाले ही पोषण आहार बांटने का काम करते थे. हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था को खत्म किया. महिला स्वयं सहायता समूहों को पौष्टिक आहार वितरण की जिम्मेदारी सौंपी. इसके परिणाम सकारात्मक रहे. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कोविड काल में भी अच्छा कार्य किया. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को डाटा डॉक्यूमेंटेशन का कार्य समय से करना चाहिए.
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