लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पंचायत चुनाव की मतगणना कराई जाए. हर मतगणना स्थल के बाहर रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था रहे. स्वास्थ्य विभाग इसमें अपनी भूमिका को ठीक से निर्वहन करे. वहीं, सभी जिलों के लिए शासन स्तर से एक-एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नामित किया जाए.
ऑक्सीजन उत्पादन के विभिन्न आयामों पर हो रहा मंथन
सीएम योगी ने शनिवार को उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जाने की दिशा में तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा भी ऑक्सीजन प्लांट लगवाए जा रहे हैं. इसके साथ ही हमें नए विकल्पों की तलाश करने की भी आवश्यकता है. आईआईटी कानपुर सहित अन्य तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों से संवाद कर नाइट्रोजन को ऑक्सीजन में कन्वर्ट करने की संभावनाओं को तलाशा जाए. झांसी में एक क्रशर यूनिट ने ऑक्सीजन उत्पादन शुरू किया है. चीनी मिलों में थोड़े तकनीकी सहयोग से ऑक्सीजन उत्पादन भी किया जा सकता है. इस संबंध में विशेषज्ञों से मदद ली जा रही है.
यूपी में कोविड की स्थिति पर अध्ययन
कोविड की पीक के दृष्टिगत देश के विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा आकलन प्रस्तुत किया गया है. आईआईटी कानपुर से समन्वय बनाते हुए उत्तर प्रदेश के संबंध में जिलेवार गहन अध्ययन कराया जाए. सीएम ने कहा कि कंटेनमेंट जोन को प्रभावी बनाएं. साप्ताहिक तीन दिवसीय बंदी के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुचारु हो. इसके लिए डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए. साप्ताहिक बंदी में व्यापक सैनीटाइजेशन, फॉगिंग और स्वच्छता का काम कराए जाए. सीएम ने निर्देश दिया कि सभी जिलाधिकारी और सीएमओ जनप्रतिनिधियों से सतत संपर्क में रहें. उनसे मार्गदर्शन लेते रहें. जनप्रतिनिधियों के अनुभव व्यवस्था को सुदृढ़ रखने में उपयोगी होगा. मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव कार्यालय इस संबंध में जिलाधिकारियों को यथावश्यक निर्देशित करें.
होम आइसोलेशन के मरीजों का विशेष ध्यान रखा जाए
गर्भवती महिलाओं और अन्य गंभीर रोगियों के इलाज के लिए विशेष प्रबंध किया जाएं. इन्हें जरूरत पड़ने पर तत्काल एम्बुलेंस सुविधा मिले. चिकित्सकीय सहायता तुरंत मिले. होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए. सीएम हेल्पलाइन से इन लोगों से हर दिन बात की जाए. तय प्रोटोकॉल के अनुरूप इन्हें दवाओं का मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए. ऐसे मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन व्यवस्था को और बेहतर किया जाए. सीएम योगी ने कहा कि टेलीकन्सल्टेशन को और प्रभावी बनाने की जरूरत है.
होम आइसोलेशन के मरीजों को हर दिन स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी जाए. नॉन कोविड मरीजों को भी टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा मिले. चिकित्सकों से संपर्क नंबर, समय और विशेषज्ञता के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए. जिसके लिए जिलों में विशेष टीम गठित की जाए.
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