लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार रात अपने सरकारी आवास पर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की प्रगति की पैकेजवार समीक्षा की. उन्होंने इस एक्सप्रेस-वे के मुख्य मार्ग को हर हाल में 31 दिसंबर तक पूरा कर चालू करने के निर्देश दिए. उन्होंने वर्चुअल माध्यम से बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना से संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों को इस कार्य में पूर्ण सहयोग देने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और क्लस्टर स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित कर इनकी स्थापना की दिशा में शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाए. उन्होंने एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ ही साइनेज और बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की निर्माण की प्रगति के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण भी देखा. इस दौरान यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने अवगत कराया कि यह एक्सप्रेस-वे देश का सबसे सुरक्षित एक्सप्रेस-वे होगा. यह सबसे कम समय में निर्मित किया जाएगा.
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की विकासकर्ता कम्पनियों के प्रतिनिधियों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में जनपद इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा तथा चित्रकूट के जिलाधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए.
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