लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस से जारी जंग में जुटे हुए हैं. प्रदेश में हर दिन 15 हजार से अधिक कोरोना सैंपल की टेस्टिंग हो रही है. विभाग भले ही खुश हो, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ टेस्टिंग क्षमता को और अधिक बढ़ाना चाह रहे हैं. जून माह के अंत तक हर दिन 25 हजार टेस्टिंग की क्षमता पहुंचाने का सरकार का लक्ष्य है.
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान साफ कहा कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक सैंपल की टेस्टिंग के लिए यह आवश्यक है कि सभी टेस्टिंग लैब अपनी पूरी क्षमता से कार्य करें. उन्होंने टेस्टिंग लैब के सभी मेडिकल उपकरणों को क्रियाशील रखने और प्रयोगशालाओं में पर्याप्त मानव संसाधन की उपलब्धता बनाए रखने के भी निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने में एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम महत्वपूर्ण कड़ी है. इस व्यवस्था को सक्रिय एवं सुदृढ़ बनाते हुए अधिक से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए. मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के पास इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता होनी चाहिए. लोगों को बेहतर उपचार मिलने के लिए मेडिकल स्क्रीनिंग टीम और एंबुलेंस सेवा के मध्य बेहतर समन्वय पर बल दिया जाए.
मेरठ मंडल पर विशेष ध्यान
सीएम योगी ने एक बार फिर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद समेत मेरठ मंडल के जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित जिलों में कारगर रणनीति लागू करते हुए संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जाए. उपचार व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं. किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को प्रत्येक दशा में लागू किया जाए. पीएसी समेत सभी सुरक्षा बल की बैरकों में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए. सघन एवं नियमित पेट्रोलिंग करते हुए इस पर विशेष ध्यान दिया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र ना होने पाए. कंटेनमेंट जोन में पूरी सख्ती बरतते हुए यह भी सुनिश्चित किया जाए कि लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई दिक्कत न हो.
किसानों को मिलें सारी व्यवस्थाएं
वहीं मुख्यमंत्री ने खरीफ फसल के लिए किसानों को सभी कृषि निवेशों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाए कि किसानों को खाद, बीज और कृषि रक्षा रसायनों के संबंध में कोई असुविधा न हो. नहरों का संचालन रोस्टर के अनुरूप कराया जाए. सभी सरकारी नलकूपों को क्रियाशील रखा जाए. मुख्यमंत्री ने गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों की ओर से गोवंशों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए. खुरपका, मुंहपका के टीकाकरण के लिए पशुपालकों को जागरूक किया जाए.