लखनऊ: प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले ही उससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. सरकार नहीं चाहती कि दूसरी लहर के बाद भविष्य में अव्यवस्था खड़ी हो. इसलिए समय रहते तैयार रहा जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गाजियाबाद से ही टीम -9 के साथ वर्चुअल मीटिंग के दौरान कोविड की तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयारी के निर्देश दिए हैं.
'पीएचसी-सीएचसी को दुरुस्त रखा जाए'
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना से जुड़ी हर तरह की चुनौती के लिए हमें तैयार रहना होगा. प्रदेश में केस कम हो रहे हैं, फिर भी कोविड का खतरा बना हुआ है. विशेषज्ञ तीसरी लहर का भी अनुमान लगा रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी जिलों की सीएचसी और पीएचसी में उपकरणों की मरम्मत, क्रियाशीलता, परिसर की रंगाई-पुताई, स्वच्छता और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में विशेष तैयारी की जाए. अगले एक सप्ताह में यह व्यवस्था सुदृढ़ कर ली जाए.
'सभी मेडिकल कालेजों में 100 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड'
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश को पूरी तरह तैयार रहना होगा. सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड तैयार किया जाए. बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर और केजीएमयू लखनऊ के चिकित्सक इस संबंध में भली भांति प्रशिक्षित हैं. उनके अनुभवों का लाभ लेते हुए प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के चिकित्सकों का प्रशिक्षण कराया जाए. अन्य जिलों में मुख्यालयों पर महिला अस्पतालों में इस प्रकार की व्यवस्था की जाए. सीएम ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस कार्य की सतत मॉनीटरिंग करेंगे.
'ब्लैक फंगस की दवाओं की न हो कालाबाजारी'
सीएम योगी ने कहा कि कोविड से स्वस्थ हुए लोगों में ब्लैक फंगस की समस्या देखने में आ रही है. प्रदेश के कतिपय जिलों में इसके केस मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करें कि ब्लैक फंगस के हर मरीज को समुचित इलाज प्राप्त हो. इसके इलाज में उपयोगी दवाएं उपलब्ध कराई जाएं. केंद्र सरकार भी इस कार्य में सहयोग कर रही है. हमें निजी स्तर से भी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रबंध करने चाहिए. किसी भी परिस्थिति में इन दवाओं की कालाबाजारी न होने पाए.
'होम आइसोलेशन के मरीजों को दी जाएं सुविधाएं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में एक लाख से कुछ अधिक लोग होम आइसोलेशन में हैं. इनके लिए टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए. चिकित्सकों की संख्या, फोन लाइन की संख्या में बढ़ोतरी की जरूरत है. निगरानी समितियों के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों और जरूरत के अनुसार उनके परिजनों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए. मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की सतत मॉनीटरिंग की जाए. आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से मरीजों से संवाद किया जाए. उन्हें मिल रही सुविधाओं की जांच कराई जाए.
'18+के चार लाख 14 हजार 329 लोगों को लगा टीका'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है. 45 वर्ष से अधिक और 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है. आज से 23 जिलों में 18 से 44 आयु वर्ग का टीकाकरण हो रहा है. प्रदेश के 18 जिलों में 18+ के लोगों के चार लाख 14 हजार 329 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त कर लिया है. वैक्सीन सेंटर तय करते समय यह ध्यान रखें कि स्थल पर प्रतीक्षालय के लिए पर्याप्त स्थान हो. कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन हो सके.
'टीकाकरण से कोई भी बचने ने पाए'
सीएम ने निर्देश दिए कि प्रदेश का एक भी नागरिक कोविड टीका-कवर से वंचित न हो. इसके लिए विशेष प्रबंध किया जाना आवश्यक है. निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर पंजीयन की सुविधा प्रदान की गई है. सीएचसी के माध्यम से पंजीयन के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा. इस संबंध में आवश्यक आदेश जारी कर दिए जाएं. पंजीयन के लिए सीएचसी पर अनावश्यक भीड़ इकट्ठी न हो, कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो, यह सुनिश्चित किया जाए.
'यूपी में अब 48-72 घंटे तक का ऑक्सीजन बैकअप'
सीएम योगी ने कहा कि ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं. उत्तर प्रदेश में अपनाई गई ऑनलाइन ऑक्सीजन ट्रैकिंग प्रणाली को 'नीति आयोग' ने सराहा है. यह हमारे लिए उत्साहवर्धक है. ज्यादातर रीफिलर और मेडिकल कॉलेजों में अब 48-72 घंटे तक का ऑक्सीजन बैकअप हो गया है. होम आइसोलेशन के मरीजों को कल 32 एमटी ऑक्सीजन आपूर्ति की गई. बीते 24 घंटों में 882 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है.ऑक्सीजन वेस्टेज रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जाएं. ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.