लखनऊ: प्रदेश में कोरोना की रफ्तार बेलगाम हो चली है. प्रतिदिन कोरोना के रिकार्ड नए मामले सामने आ रहे हैं, जिससे प्रदेश की योगी सरकार काफी चिंतित है. गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में टीम-11 के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर कोरोना की गंभीर स्थिति को लेकर चर्चा की.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की रफ्तार की प्रभावी रोकथाम के लिए टीम-11 को विशेष दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित दो हजार से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में रात्रि 08 बजे से प्रातः 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी किया जाए. इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करें. लोगों को मास्क और सैनिटाइजेशन के महत्व को समझाएं. आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिये ये दिशा-निर्देश
- राजधानी लखनऊ में अन्य जनपदों के मरीजों का आगमन स्वभाविक है. अतः यहां अतिरिक्त व्यवस्था करने की आवश्यकता है. केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को पूर्णतः डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाए. यह कार्य चरणबद्ध ढंग से हो. नॉन कोविड मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए.
- लखनऊ में टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिंद मेडिकल कॉलेज को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्षमता विस्तार किए जाने की आवश्यकता है. अगले दो दिनों में यहां अतिरिक्त बेड्स उपलब्ध कराए जाएं.
- कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यालयों में 15 मई तक पठन-पाठन स्थगित रखा जाए. इस अवधि में कोई परीक्षा भी न आयोजित हो. माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 20 मई के बाद आयोजित की जाएं. नई समय-सारिणी के लिए मई के पहले सप्ताह में विचार हो.
- पंचायत चुनावों में संलग्न कार्मिकों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं. कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन हो. मतदान कर्मियों के लिए मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए.
- कोविड-19 के प्रसार के दृष्टिगत विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों की वापसी संभावित है. अतः सभी जनपदों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप क्वारंटाइन सेंटर संचालित हों. क्वारंटाइन सेंटरों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ भोजन/शयन आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
- कोविड से बचाव के लिए उपयोगी रेमडेसिवीर दवा और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर सतत नजर रखी जाए. मुख्य सचिव कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जाए. प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश के किसी भी जनपद के किसी भी अस्पताल में इन आवश्यक चीजों का अभाव न हो.
- सभी जनपदों में कोविड मरीजों के लिए बेड और ऑक्सीजन की कोई कमी न हो. हर दिन इस स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए. यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक जनपद में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे. प्रभारी मंत्रीगण अपने सम्बंधित जिलों की हर दिन समीक्षा करें.
- बेड की संख्या में और बढ़ोतरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्यवाही की जाए. कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों एवं मेडिकल संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाए.
- टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए. प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आरटीपीसीआर क्षमता का उपयोग करते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए. इन संस्थानों की आवश्यकताओं के अनुरूप मैनपावर का भी प्रबंध किया जाए. कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग करना उपयोगी होगा.
- होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए और आवश्यकतानुसार उनका मार्गदर्शन किया जाए. इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-'1076' का भी उपयोग किया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि लखनऊ सहित समस्त जनपदों में होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों को सभी निर्धारित दवाओं की मेडिकल किट की सुचारू आपूर्ति होती रहे.
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 24×7 सक्रिय रहें. एम्बुलेंसों की गतिविधियों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाए. प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठक कर परिस्थितियों के अनुरूप रणनीति तय करें.
- कोविड-19 से बचाव के बारे में लोगों को निरंतर जागरूक किया जाए. इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर उपयोग करते हुए आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने और मास्क का अनिवार्य उपयोग करने की जानकारी दी जाए. इस संबंध में प्रवर्तन की प्रभावी कार्रवाई की जाए.
लखनऊ में रात्रिकालीन कर्फ्यू के नियम और शर्तें
- दिन में सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक कोविड प्रोटोकॉल के साथ काम चलता रहेगा.
- आवश्यक वस्तु को लाने ले जाने की छूट होगी.
- रात्रिकालीन कर्फ्यू संपूर्ण लखनऊ जनपद में लागू होगा.
- फल, सब्जी, दूध, एलपीजी, पेट्रोल-डीजल और दवा की सप्लाई जारी रहेगी.
- रात्रिकालीन शिफ्ट के सरकारी/अर्ध सरकारी कर्मियों एवं आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने में लगे निजी क्षेत्र के कर्मियों को छूट होगी.
- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले लोग अपना टिकट दिखाकर आ जा सकेंगे.
- हर प्रकार की मालवाहक गाड़ियों के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं.
KGMU और बलरामपुर चिकित्सालय को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड मरीजों के बेहतर उपचार की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में चिकित्साकर्मियों, कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशी बनी रहे. उन्होंने एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए. दरअसल, मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की. बैठक में अधिकारियों द्वारा सीएम योगी को बताया गया कि पिछले 24 घण्टे में लखनऊ में 1,121 अतिरिक्त कोविड बेड उपलब्ध हो गए हैं. इस दौरान बेडों की संख्या में तेजी से वृद्धि करने के निर्देश देते हुए सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ के केजीएमयू और बलरामपुर चिकित्सालय को डेडीकेटेड कोविड चिकित्सालय बनाया जाए.
बलरामपुर अस्पताल में 770 बेड हैं तो वहीं पांच हजार बेड केजीएमयू के हैं. अभी फिलहाल बलरामपुर कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 300 बेड हैं. वहीं केजीएमयू में मौजूदा समय में करीब 520 कोविड के बेड हैं. पूरी क्षमता के साथ शुरू होने पर दोनों अस्पतालों में कुल मिलाकर पांच हजार से अधिक कोविड बेड हो जाएंगे.