लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, नोडल अधिकारियों सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद किया. मुख्यमंत्री ने इस बात पर सन्तोष व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है. विगत कुछ दिनों में प्रदेश में कोरोना केसेज की संख्या में कमी आयी है.
उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों को देखते हुए कोविड-19 के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता और बचाव अपनाते हुए कार्य किए जाएं. मुख्यमंत्री ने नोडल अधिकारियों से संवाद किया और सम्बन्धित जनपदों के विषय में कोविड-19 के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया. उन्होंने कहा कि विगत शुक्रवार को उन 16 जनपदों में, जहां पिछले एक सप्ताह से 100 या उससे अधिक कोविड-19 के मामले आ रहे थे, नोडल अधिकारियों सहित 04 सदस्यीय टीम तैनात की गई थी. इन 16 जनपदों में से कुछ जनपदों ने सुधार किया है.
प्रतिदिन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश
जनपद गौतमबुद्धनगर में कोविड पाॅजिटिविटी दर पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है. उन्होंने नोडल अधिकारियों को कोविड के सम्बन्ध में प्रतिदिन की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने रिकवरी दर को बढ़ाने के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जाए. कोविड का खतरा लगातार बना हुआ है. पूरी सतर्कता व बचाव के उपायों को अपनाते हुए कार्य संचालित किए जाएं. उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विलांस से जीवन रक्षा और कोविड संक्रमण पर नियंत्रण किया जा सकता है. अलग-अलग टीम बनाकर अलग-अलग कार्यों का उत्तरदायित्व सौंपा जाए. टीम वर्क के साथ प्रभावी कार्यवाही की जाए. नोडल अधिकारी ठोस रणनीति के तहत कार्यवाही करें.
होम आइसोलेशन के मरीजों से बनाएं संवाद
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर प्रभावी ढंग से संचालित किए जाएं. होम आइसोलेशन के मरीजों के साथ निरन्तर संवाद रखा जाए. रैपिड रिस्पाॅन्स टीम को प्रभावी ढंग से कार्यशील रखते हुए कार्य किया जाए. जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतिदिन प्रातः किसी कोविड अस्पताल में तथा सायं इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में कोविड-19 के सम्बन्ध में समीक्षा करें. उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग को वर्चुअल आईसीयू की सुविधा हर जनपद में एल-2 व एल-3 अस्पताल में उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए.
काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग को किया जाए बेहतर
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के सम्बन्ध में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों व चैराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि माइक्रो कण्टेनमेण्ट जोन बनाए जाएं. इस जोन में पीआरडी, एनसीसी तथा स्वयंसेवी संस्थाएं कार्य करें. उन्होंने काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग पर प्रभावी जोर देते हुए कहा कि एक कोविड संक्रमित मरीज पाए जाने पर कम से कम 12 से 15 लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि पाॅजिटिविटी रेट को हर हाल में 05 प्रतिशत से कम करने के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं. सीएफआर को 01 प्रतिशत से कम किए जाने की कार्यवाही की जाए. जिन जनपदों में सीएफआर 01 प्रतिशत से ज्यादा है, उनमें काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस को और बेहतर किया जाए.
अस्पतालों में दवा और ऑक्सीजन की उपलब्धता
सीएम ने कहा कि अस्पतालों में दवाएं ऑक्सीजन की कमी न हो और अस्पतालों में आवश्यक दवाएं व उपकरण उपलब्ध रहें. कालाबाजारी और मुनाफाखोरी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो. चिकित्सक अस्पतालों में राउण्ड लें. एल-2 व एल-3 अस्पतालों में बेडों की संख्या में वृद्धि की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद लखनऊ में कोविड पाॅजिटिविटी दर को 1 प्रतिशत से नीचे लाया जाए. फोकस्ड टेस्टिंग की जाए. आरटी-पीसीआर एवं एण्टीजेन टेस्ट का अनुपात 1ः3 किया जाए. बेहतर सर्विलांस से कोविड पर प्रभावी नियंत्रण होगा.
कोविड डेडीकेटेड बेड की संख्या में वृद्धि
उन्होंने नोडल अधिकारी को मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय करते हुए कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण किए जाने के निर्देश दिए. जनपद प्रयागराज के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा कि पाॅजिटिविटी दर को कम किया जाए. सर्विलांस को और बेहतर बनाया जाए. कोविड डेडीकेटेड बेड की संख्या में वृद्धि हो. समय पर मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जाए. रिकवरी दर बढ़ाने के लिए प्रभावी ढंग से कार्यवाही की जाए. जनपद वाराणसी के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पाॅजिटिविटी दर को 4 प्रतिशत और मृत्यु दर को 1 प्रतिशत से कम करने के लिए सम्मिलित रूप से प्रयास किए जाएं. काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग पर फोकस किया जाए.