लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर शनिवार रात कोरोना वायरस से प्रभावित जिलों में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने अधिकारियों से इन जिलों में कोविड-19 के प्रसार के नियंत्रण के लिए की गई कार्रवाई, लॉकडाउन के पालन, कम्युनिटी किचन के संचालन, खाद्यान्न वितरण के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की. इसके साथ ही सीएम योगी ने अधिकारियों को निरंतर अपने जिले के संपर्क में रहने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में नोडल अधिकारियों के कैंप करने से स्थिति में सकारात्मक बदलाव हुआ है. जिलों में कार्यरत अधिकारियों के टीम भावना के साथ कार्य किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि समन्वित प्रयासों से बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि चार मई से लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा.
वापस आ रहे कामगारों के क्वारेंटाइन सेंटर भेजा जाए
आगामी सप्ताह में विभिन्न राज्यों से ट्रेन से बड़ी संख्या में वापस आने वाले प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को व्यवस्थित ढंग से क्वारेंटाइन सेंटर भेजा जाए. यह कार्य सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाए. राज्य सरकार ने लगभग 10 लाख की क्षमता के क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वापस आए कामगारों और श्रमिकों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए.
घर भेजने से पहले राशन किट उपलब्ध कराएं
स्वस्थ पाए जाने वाले कामगारों और श्रमिकों को 14 दिन के होम क्वारेंटाइन के लिए उनके घर भेजे जाने से पहले राशन की किट उपलब्ध कराई जाए. क्वारेंटाइन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाए. कामगारों के रहने खाने की समुचित व्यवस्था की जाए. स्वास्थ्य परीक्षण में किसी कामगार अथवा श्रमिक में कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर उन्हें अस्पताल भेजा जाए. बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं आदि में कोविड-19 के लक्षण मिले तो उन्हें L2 और L3 अस्पताल में भेजा जाए. इससे उनका समुचित इलाज हो सके.
टेस्टिंग लैब में प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग लैब में प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाए. प्रत्येक जिलाधिकारी कोरोना उपचार में लगी मेडिकल टीम की अनिवार्य क्वारेंटाइन व्यवस्था का निरीक्षण किया जाए. एल2 अस्पताल के प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से आधा प्रतिशत रोगियों को वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है. इसके लिए चिकित्सालय में 20 से 25 बेड पर वेंटिलेटर की व्यवस्था की जाए. उन्होंने सहारनपुर और मुरादाबाद में टेस्टिंग लैब क्रियाशील करने के निर्देश दिए हैं.
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