लखनऊः कोरोना का खतरा बढ़ते देख मुख्यमंत्री ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर और शाहजहांपुर जिले में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. इन जिलों समेत सम्पूर्ण प्रदेश में कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने को कहा गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए सभी प्रयास जारी रखे जाएं. इस कार्य में मेडिकल टेस्टिंग के साथ-साथ सर्विलांस, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा डोर टू डोर सर्वे की भी महत्वपूर्ण भूमिका है. इसलिए इन गतिविधियों को तेजी से संचालित किया जाए. उत्तर प्रदेश में अब तक 50 लाख 80 हजार से अधिक कोरोना के टेस्ट किए जा चुके हैं. इस को लेकर मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त किया, साथ ही उन्होंने प्रदेश में जांच और तीव्र गति से करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में वेंटिलेटर समेत सभी मेडिकल उपकरण क्रियाशील रहने चाहिए. ऑक्सीजन का 48 घंटे का बैकअप अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे. कोविड मरीजों में एचएफएनसी (हाई फ्लो नेजल केन्यूला) का अच्छा रिस्पांस देखने को मिला है. इसके दृष्टिगत इस उपचार विधि को भी क्रियाशील रखा जाए.
प्रदेश में सभी बाजारों की साप्ताहिक बंदी शनिवार और रविवार को कड़ाई से लागू की जाएगी. राज्य के प्रत्येक शनिवार और रविवार को स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फागिंग का विशेष अभियान चलाया जा रहा है. योगी ने कहा कि इन कार्यों से जहां कोरोना की चैन को तोड़ने में मदद मिल रही है वहीं संचारी रोगों पर भी प्रभावी नियंत्रण में सफलता मिल रही है.
मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों को बाजारों की साप्ताहिक बंदी सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित जनता के लिए सभी प्रकार की मदद की व्यवस्था की गई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य ठीक ढंग से संचालित किया जाए. योगी ने प्रभावित लोगों को मकान के क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा अविलंब उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसानों को खाद की उपलब्धता में कोई असुविधा न होने पाए. इसके लिए खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ खाद की सुगम आपूर्ति के लिए सभी प्रबंध किए जाएं.