लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से किया जाए. उन्होंने कोरोना को नियंत्रित रखने के लिए प्रदेश में कोरोना से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए.
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आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने पर जोर
कुल दैनिक टेस्ट में आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट तथा बस अड्डे पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाए. सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय को क्रियाशील रखा जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्टीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पूरी सक्रियता से कार्य करें. उन्होंने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के भी निर्देश दिए.
लोगों को जागरूक किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में पर्वों और त्यौहारों के मद्देनजर बाजारों सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग आएंगे. इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग पर पूरा ध्यान दिया जाए. उन्होंने कोविड-19 से बचाव के संबंध में लोगों को निरंतर जागरूक किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए.
केंद्र के अनुरूप हो वैक्सीनेशन
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की गाइडलाइंस और प्राथमिकता के अनुरूप संचालित किया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन एक बहुमूल्य संसाधन है. इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन की एक भी डोज व्यर्थ न हो. उन्होंने सरकारी तथा निजी चिकित्सालयों में संचालित कोविड वैक्सीनेशन कार्य की नियमित मॉनिटरिंग किए जाने के भी निर्देश दिए.
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.