लखनऊ: सीएम योगी ने मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के संबंध में एक वीडियो कांफ्रेंसिंग की. कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने सभी जिलों के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के सीएचसी और पीएचसी में आयोजित किए जा रहे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के संबंध में जिला अधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
सीएम योगी ने कहा कि ये मेलें समाज के गरीबों, वंचितों और अंतिम पायदान के लोगों के लिए लगाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें चिकित्सा से संबंधित परामर्श, इलाज और दवाएं उपलब्ध कराई जा सकें. उन्होंने जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आरोग्य मेले को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए. यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक रविवार को आयोजित किए जाने वाले आरोग्य मेले की रिपोर्ट शासन को भेजी जाए. रिपोर्ट में मरीजों की संख्या, रोग का प्रकार, मरीज को क्या इलाज दिया गया, कितने दिन की दवा दी गई जैसी बातों का जिक्र होना चाहिए.
शासन को भेजनी होगी रिपोर्ट
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट शासन को हर हाल में मेला दिवस की शाम 6 बजे तक उपलब्ध कराई जाए. रिपोर्ट चिकित्सा विभाग के पोर्टल पर भी अपलोड किया जाए. यह आरोग्य मेला अगले दो वर्ष तक आयोजित किया जाएगा. भविष्य में आरोग्य मेलों से पोषण मिशन कार्यक्रम, स्कूल चलो अभियान, संचारी रोगों की रोकथाम से संबंधित अभियान को भी जोड़ा जाएगा.
लोगों को किया जाएगा जागरूक
सीएम योगी ने आरोग्य मेलों के व्यापक प्रचार-प्रसार में सूचना विभाग का सहयोग लेने का निर्देश दिया है. उन्होंने निर्देश दिया कि जिलों में सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर आरोग्य मेलो और इसमें उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी होर्डिंग के माध्यम से लोगों को उपलब्ध कराई जाए. जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएचसी, पीएचसी स्तर की रोजाना की गतिविधियां सीएमओ और फिर शासन को रोज की रोज उपलब्ध कराई जाए.
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव आयुष विभाग डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.