लखनऊ: मोदी सरकार के राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर करने को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर केंद्र सरकार के इस फैसले पर पीएम मोदी का आभार जताया.
बता दें कि राजीव गांधी खेल रत्न (Rajiv Gandhi Khel Ratna) पुरस्कार के संबंध में मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. खेल जगत के सबसे बड़े अवॉर्ड राजीव गांधी खेल रत्न को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के रूप में जाना जाएगा. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड की घोषणा की है.
मोदी सरकार के खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने के फैसले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि, 'उत्तर प्रदेश में जन्मे हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नामकरण असंख्य खेल प्रेमियों व सम्पूर्ण खेल जगत का सम्मान है. उत्तर प्रदेश की ओर से आपका हृदय से आभार आदरणीय प्रधानमंत्री जी'.
देश में अब खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की. अब तक यह राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार था. 30 वर्ष के बाद अब इसका नाम बदल दिया गया है. यह भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. बता दें कि देश में लंबे समय से हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग की जा रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार का नाम देकर देश के खेल प्रेमियों को सबसे शानदार उपहार दिया है.
इसे भी पढ़ें:- Major Dhyan Chand के नाम पर मिलेगा राजीव गांधी खेल रत्न, पीएम ने किया एलान
राजीव गांधी खेल रत्न (Rajiv Gandhi Khel Ratna) पुरस्कार दिए जाने की शुरुआत साल 1991 में हुई थी. पुरस्कार किसी खिलाड़ी के पूरे साल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर गत लगभग तीन दशकों से दिया जा रहा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अब मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा.
अभी तक खेल रत्न अवॉर्ड के विजेता को सम्मान में एक पदक, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार मिलता आ रहा है. युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की ओर से गठित एक समिति खेल रत्न अवॉर्ड के संबंध में फैसला लेती है. खिलाड़ियों की सफलताओं का सम्मान और भविष्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप हर साल खेल रत्न सम्मान दिया जाता है.