लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पर धान क्रय की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में स्थापित किए गए धान क्रय केंद्रों पर किसानों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. अगर उन्हें कोई समस्या हो तो उसका निस्तारण किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी किसानों को सहूलियत प्रदान करने की रणनीति तैयार करें. धान क्रय केंद्रों में अनियमितता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
जिलाधिकारियों से मांगा जाए स्पष्टीकरण
सीएम योगी ने कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रदेश के सभी जनपदों को भेजे गए नोडल अधिकारी इस बात की समीक्षा करें कि सभी जनपदों में जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, अपर जिलाधिकारियों/अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों, उप जिलाधिकारियों/उप पुलिस अधीक्षकों, नायब तहसीलदारों/निरीक्षकों ने किसान संगठनों से संवाद स्थापित किया है या नहीं. इसकी रिपोर्ट मंगलवार तक शासन को उपलब्ध कराई जाए. जिन जनपदों में कर्मचारी समय पर नहीं आते हैं, उन जनपदों में जिलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा जाए.
पूरी संवेदनशीलता से किसानों के साथ खड़ी है सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रत्येक जरूरतमंद किसान का धान हर हाल में खरीदा जाए. धान क्रय केंद्रों पर बोरों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की जाए. धान क्रय केंद्र पर किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की सभी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है. किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कराने की दिशा में निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता से किसानों के साथ खड़ी है.
मीटिंग में मौजूद रहे ये अफसर
बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.