लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरी तत्परता के साथ कोरोना को परास्त करने के लिए देश की 130 करोड़ जनता लड़ रही है. यह अब तक के सबसे बड़े अभियान का हिस्सा है. उत्तर प्रदेश के अंदर पिछले 4-5 दिनों के अंदर कोरोना के केस बढ़े हैं. आज के दिन हमारे पास 308 कोरोना के केस हैं. उनमें से 168 तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोग हैं. प्रदेश के अंदर इसको हर स्तर पर रोकने के लिए भारत सरकार की मदद से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. जब यूपी में पहला केस पॉजिटिव सामने आया था. तब उत्तर प्रदेश में एक भी लैब नहीं थी.
सीएम योगी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 10 टेस्टिंग लैब सफलतापूर्वक काम कर रही है. कोविड-19 के खिलाफ प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश कोविड-19 केयर फंड की स्थापना की है. इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों का व्यापक समर्थन मिल रहा है. हम लोगों ने तय किया है कि कोविड केयर फंड का उपयोग प्रदेश के अंदर टेस्टिंग फैसिलिटी को बढ़ाने के उपयोग में करेंगे. लेवल एक, लेवल दो और तीन के हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाने में इसका उपयोग करेंगे. एनालाइजर, मास्क और अन्य की मैन्युफैक्चरिंग की प्रक्रिया को और आगे बढ़ाने के लिए सरकार काम कर रही है.सीएम योगी ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से हम लोगों ने अब तक कोरोना टेस्टिंग के 10 लैब स्थापित किए हैं. हम लोगों ने तय किया है कि हम लोग प्रदेश के अंदर सभी मंडल के मुख्यालय के जिला अस्पतालों में कोरोना टेस्टिंग लैब की स्थापना करेंगे. इसको तेजी से बढ़ाने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया है. प्रदेश के अंदर हमारे पास 24 गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हैं. 10 में पहले से ही टेस्टिंग लैब हैं. इनके अपग्रेडेशन की कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही साथ 14 मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं, जहां पर अब तक कोविड-19 की टेस्टिंग की व्यवस्था नहीं है. इन 14 में भी कोविड-19 टेस्टिंग फैसिलिटी स्थापित करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.प्रदेश के सभी जिलों में कोविड-19 के जांच के लिए कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जा सकते हैं. इसे भी आगे बढ़ाने का काम किया गया है. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश के छह मंडल मुख्यालय हैं, जहां पर कोई गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नहीं है. वहां पर प्रदेश सरकार की ओर से एक टेस्टिंग लैब की स्थापना की कार्यवाही करने जा रहे हैं. देवीपाटन मंडल में गोंडा में, मिर्जापुर मंडल में मिर्जापुर में, बरेली मंडल में बरेली में, इसी प्रकार से मुरादाबाद मंडल में मुरादाबाद में, वाराणसी मंडल में बीएचयू में एक लैब है, लेकिन एक लैब वहां हॉस्पिटल में भी बनाने की प्रक्रिया की कार्यवाही को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा एक अलीगढ़ में लैब की स्थापना की जा रही है.
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