लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में चौरी-चौरा गोरखपुर शताब्दी समारोह के सम्बन्ध में गठित राज्य स्तरीय आयोजन समिति की बैठक बुलाई गई. इस अवसर पर राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संयुक्त रूप से चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के लोगो का विमोचन किया गया. बैठक में चौरी-चौरा गोरखपुर शताब्दी समारोह की कार्य योजना के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ.
कार्ययोजना बनाकर भव्यता से आयोजित करें कार्यक्रम
बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि कार्ययोजना बनाकर चौरी-चौरा गोरखपुर शताब्दी समारोह पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया जाए. यह आयोजन लोगों में राष्ट्र भक्ति और देशप्रेम की भावना जगाने में सहायक होगा. उन्होंने कहा कि समारोह के कार्यक्रम इस प्रकार से आयोजित किए जाएं कि सभी को चौरी-चौरा की घटना तथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सम्बन्ध में समग्र जानकारी प्राप्त हो सके. इन कार्यक्रमों का आयोजन सबके सहयोग से पूरी जन सहभागिता के साथ किया जाए. राज्यपाल ने कहा कि चौरी-चौरा की घटना के शताब्दी समारोह पर कार्यक्रमों का आयोजन सराहनीय है. यह कार्यक्रम देश के लोगों में सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वदेशी की भावना को और मजबूत करने का माध्यम बनेंगे. उन्होंने कहा कि चौरी-चौरा की घटना पर ऐसा गीत तैयार किया जाए, जिससे इस घटना का सम्पूर्ण सन्देश जन-जन तक पहुंच सके.
'चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का लोगो जारी करना अच्छी शुरुआत'
वहीं इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का लोगो जारी किया गया है, जो एक अच्छी शुरुआत है. उन्होंने कहा कि सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से स्वातंत्र्य समर का शुभारम्भ हुआ. देश के स्वाधीनता आन्दोलन में सन 1922 की चौरी-चौरा की घटना महत्वपूर्ण कड़ी बनी. इसी प्रकार, काकोरी एवं अन्य घटनाओं ने भी स्वतंत्रता आन्दोलन को दिशा देते हुए सन 1947 में भारत को आजाद कराया. मुख्यमंत्री ने बताया कि 'चौरी-चौरा शताब्दी समारोह' 4 फरवरी, 2021 से लेकर 4 फरवरी, 2022 तक आयोजित होगा.
कार्यक्रम से लोगों में आएगी राष्ट्रभक्ति की भावना
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'चौरी-चौरा शताब्दी समारोह' के कार्यक्रम शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति सद्भाव, श्रद्धा व सम्मान में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आम जन की सहभागिता से वर्ष पर्यन्त चलने वाले ‘चौरी-चौरा शताब्दी समारोह’ के कार्यक्रम राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत करने में सफल सिद्ध होंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करेंगे.