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कोरोना जांच के लिए ट्रूनैट मशीन का भी उपयोग किया जाए: मुख्यमंत्री

राजधानी लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने अपने आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिया है कि कोरोना जांच के लिए ट्रूनैट मशीन का भी उपयोग किया जाना चाहिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Published : Apr 12, 2021, 6:56 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बचाव और उपचार के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता रहे. उन्होंने काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य पूरी सक्रियता से किए जाने के निर्देश भी दिए हैं.

सीएम ने की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लखनऊ के एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज तथा इन्टीग्रल मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए. प्रत्येक बेड पर हाई फ्लो नेजल कैन्युला के साथ ही, वैन्टिलेटर की व्यवस्था रहे. पूरी क्षमता से डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में इन मेडिकल काॅलेजों का संचालन होने पर 2,000 कोविड बेड्स उपलब्ध हो जाएंगे. हिन्द मेडिकल काॅलेज तथा मेयो मेडिकल काॅलेज में भी कोविड बेड्स की व्यवस्था की जाए. इसी तरह अन्य निजी मेडिकल काॅलेजों में भी कोविड बेड स्थापित किए जाएं. कैंसर संस्थान को भी डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया जाए.

आरटी पीसीआर टेस्ट की बढ़ाई जाए संख्या

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने निर्देश दिए कि आरटीपीसीआर लैब्स की क्षमता बढ़ायी जाए, जिससे आने वाले दिनों में प्रतिदिन 1.5 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा सकें.उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच के लिए ट्रूनैट मशीन का भी उपयोग किया जाए. उन्होंने एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारु संचालन करने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण व शहरी इलाकों में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के कार्यक्रम को चलाया जाए. इसके साथ ही, फाॅगिंग का कार्य भी किया जाए. यह समस्त गतिविधियां कोरोना से बचाव में उपयोगी होने के साथ-साथ संक्रामक रोगों की रोकथाम में भी मददगार सिद्ध होंगी. उन्होंने परिवहन निगम की बसों को नियमित रूप से सैनिटाइज किए जाने के निर्देश भी दिए.

जागरूकता ही बचाव है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए. इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से धर्म स्थलों में 5 से अधिक लोग एक समय में न जाएं. सभी धर्म स्थलों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कराया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि उपासना स्थलों में लोग मास्क अवश्य पहनें. साथ ही, धर्म स्थलों पर साफ-सफाई के विशेष प्रबन्ध रहें.

फ्रंटलाइन वर्करों को संक्रमण से बचाया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि फ्रंटलाइन वर्कर्स मास्क तथा ग्लव्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करें. उन्होंने बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन तथा हवाई अड्डों पर इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता बनाए रखते हुए इन स्थानों पर लोगों की प्रभावी ढंग से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं.

गेहूं खरीद के दौरान को भी प्रोटोकॉल का रखा जाए पूरा ध्यान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि गेहूं क्रय केन्द्रों का संचालन पूरी क्षमता से किया जाए. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत न हो. गेहूं खरीद के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने गेहूं क्रय की नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं. मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई के दृष्टिगत गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के लिए भूसे की व्यवस्था सुगमता से की जा सकती है. इसलिए भूसा बैंक बनाने का कार्य तेजी से किया जाए. उन्होंने भूसा बैंक में भूसे के सुरक्षित भण्डारण के लिए सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं.

गेहूं क्रय की नियमित समीक्षा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से गेहूं खरीद को लेकर एक बैठक की .वहीं गेहूं खरीद नए कोविड-19 प्रोटोकोल का पालन करने के निर्देश दिए .वहीं गेहूं खरीद की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए हैं .प्रदेश में 6000 से ज्यादा केंद्रों पर गेहूं खरीद का कार्य चल रहा है.

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बचाव और उपचार के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता रहे. उन्होंने काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य पूरी सक्रियता से किए जाने के निर्देश भी दिए हैं.

सीएम ने की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लखनऊ के एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज तथा इन्टीग्रल मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए. प्रत्येक बेड पर हाई फ्लो नेजल कैन्युला के साथ ही, वैन्टिलेटर की व्यवस्था रहे. पूरी क्षमता से डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में इन मेडिकल काॅलेजों का संचालन होने पर 2,000 कोविड बेड्स उपलब्ध हो जाएंगे. हिन्द मेडिकल काॅलेज तथा मेयो मेडिकल काॅलेज में भी कोविड बेड्स की व्यवस्था की जाए. इसी तरह अन्य निजी मेडिकल काॅलेजों में भी कोविड बेड स्थापित किए जाएं. कैंसर संस्थान को भी डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाया जाए.

आरटी पीसीआर टेस्ट की बढ़ाई जाए संख्या

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने निर्देश दिए कि आरटीपीसीआर लैब्स की क्षमता बढ़ायी जाए, जिससे आने वाले दिनों में प्रतिदिन 1.5 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा सकें.उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच के लिए ट्रूनैट मशीन का भी उपयोग किया जाए. उन्होंने एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारु संचालन करने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण व शहरी इलाकों में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के कार्यक्रम को चलाया जाए. इसके साथ ही, फाॅगिंग का कार्य भी किया जाए. यह समस्त गतिविधियां कोरोना से बचाव में उपयोगी होने के साथ-साथ संक्रामक रोगों की रोकथाम में भी मददगार सिद्ध होंगी. उन्होंने परिवहन निगम की बसों को नियमित रूप से सैनिटाइज किए जाने के निर्देश भी दिए.

जागरूकता ही बचाव है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए. इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से धर्म स्थलों में 5 से अधिक लोग एक समय में न जाएं. सभी धर्म स्थलों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कराया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि उपासना स्थलों में लोग मास्क अवश्य पहनें. साथ ही, धर्म स्थलों पर साफ-सफाई के विशेष प्रबन्ध रहें.

फ्रंटलाइन वर्करों को संक्रमण से बचाया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं. यह सुनिश्चित किया जाए कि फ्रंटलाइन वर्कर्स मास्क तथा ग्लव्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करें. उन्होंने बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन तथा हवाई अड्डों पर इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता बनाए रखते हुए इन स्थानों पर लोगों की प्रभावी ढंग से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं.

गेहूं खरीद के दौरान को भी प्रोटोकॉल का रखा जाए पूरा ध्यान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि गेहूं क्रय केन्द्रों का संचालन पूरी क्षमता से किया जाए. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत न हो. गेहूं खरीद के दौरान कोविड प्रोटोकाॅल पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने गेहूं क्रय की नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं. मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई के दृष्टिगत गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के लिए भूसे की व्यवस्था सुगमता से की जा सकती है. इसलिए भूसा बैंक बनाने का कार्य तेजी से किया जाए. उन्होंने भूसा बैंक में भूसे के सुरक्षित भण्डारण के लिए सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं.

गेहूं क्रय की नियमित समीक्षा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से गेहूं खरीद को लेकर एक बैठक की .वहीं गेहूं खरीद नए कोविड-19 प्रोटोकोल का पालन करने के निर्देश दिए .वहीं गेहूं खरीद की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए हैं .प्रदेश में 6000 से ज्यादा केंद्रों पर गेहूं खरीद का कार्य चल रहा है.

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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