लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था, केंद्र-प्रदेश सरकार ने योजनाओं के जरिए करोड़ों लोगों को रोजगार से जोड़ने में सफलता पाई. हमारी मंशा है कि युवाओं के साथ भेदभाव न हो. 2017 के पहले जिस राज्य को अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में होना चाहिए, वह पिछड़ता जा रहा था. उस समय देश में यूपी छठवें स्थान पर था. यूपी के नौजवान यहां नौकरी नहीं पाते थे और बाहर जाने पर यूपी का होने के कारण छंटनी हो जाती थी, लेकिन आज युवा व आम नागरिक सम्मान पाते हैं. पारदर्शी तरीके से नौकरी और स्वरोजगार भी लोगों के पास हैं.
यूपी में 70 फीसदी सिंचाई भूजल से होती है : यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा आयोग द्वारा चयनित 242 सहायक बोरिंग टेक्नीशियन को रविवार को लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए कही. सीएम ने चयनित बोरिंग टेक्नीशियन से कहा कि सिर्फ ट्यूबवेल ऑन-ऑफ करना ही हमारी जिम्मेदारी नहीं है. यहां पर्याप्त जल संसाधन है. यूपी में 70 फीसदी सिंचाई भूजल से होती है. शेष 30 फीसदी सिंचाई के लिए नहरें आदि बिछाई गईं हैं. 80 फीसदी आबादी को भूगर्भीय जल से पेयजल की आपूर्ति करते हैं.
डार्क जोन जिलों को सामान्य में लाना है : सीएम योगी ने कहा कि यूपी में छह करोड़ लोग रहते थे, लेकिन आज आबादी 25 करोड़ हो गई है. जल के संरक्षण की उचित व्यवस्था न होने से प्रदूषण की समस्या खड़ी हुई. उद्योगों की लंबी फेहरिस्त है. जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर, चेकडैम बनाने व अटल भूजल योजना के तहत अनेक कार्यक्रम भी हुए. सीएम ने प्रदेश के अतिदोहित जनपदों व विकासखंडों को सामान्य के रूप में बदलने की अपील की. क्रिटिकल को सेमीक्रिटिकल, डार्क जोन को सामान्य जनपदों में लेकर आना है. इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव, सचिव डॉ. बलकार सिंह आदि मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 नवचयनितों मुकेश कुमार सिंह, अनिल कुमार, सनोज यादव, सौरभ कुमार वर्मा, दीक्षा गुप्ता, शुभम दीक्षित, प्रियंका सैनी, सचिन कुमार, विमल राजवंशी, मो. इमरान को नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
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