लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में विपक्ष से कहा कि अपने घर की खीझ को यहां निकालने की जरुरत नहीं है. उन्होंने सख्त लहजे में विपक्ष को कहा कि मैं जानता हूं कि आपलोग किस प्रकार की भाषा और किस प्रकार की बात सुनते हैं. और उसी प्रकार की डोज समय-समय पर देता हूं.
मुख्यमंत्री के बयान के बाद विपक्ष के सदस्य ने कहा कि बार-बार ठीक कर दूंगा, डोज दे दूंगा, यह सदन की भाषा नहीं है. इस बीच सदन में टोका-टोकी बढ़ती चली गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद कहा कि ये गर्मी यहां दिखाने की आवश्यकता नहीं है. ये गर्मी मत दिखाइए यहां पर. मुख्यमंत्री ने विपक्ष को शिष्टाचार सीखने की नसीहत दी. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं जानता हूं कि किस भाषा को समझते हैं. और जो जिस भाषा को समझेगा, उसको उसी भाषा में जवाब भी देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बोलते हैं तो सुनने की आदत भी डालिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया जवाब
दरअसल सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बजट सत्र पर अपना जवाब दे रहे थे. योगी आदित्यनाथ के भाषण के दौरान ही समाजवादी पार्टी के सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया. हंगामे के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि यहां पर गर्मी दिखाने की आवश्यकता नहीं है. ये गर्मी मत दिखाइए यहां पर. साथ ही उन्होंने विपक्ष को शिष्टाचार सीखने की नसीहत भी दे डाली.
किसान के मुद्दे पर बोल रहे थे सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसान के मुद्दे पर बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ईमानदारी के साथ भारत के किसानों को एमएसपी का लाभ अगर किसी ने दिलाया तो प्रधानमंत्री मोदी ने. इसके बाद जैसे ही योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात आगे कहनी शुरू की तो हंगामा शुरू हो गया.
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