लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में अखिलेश यादव को नियक्ति पत्र दिया है. चौंकिए नहीं यह अखिलेश यादव सपा मुखिया नहीं, बल्कि 2019 की परीक्षा पास कर डिप्टी कलेक्टर बने अखिलेश यादव हैं. दरअसल मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को यहां लोकभवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पीसीएस परीक्षा 2019 में चयनित उप जिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. योगी ने जिन 50 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया, उनमें अखिलेश यादव भी शामिल हैं. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को बधाई दूंगा, जिनके नेतृत्व में निष्पक्षता से भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है. अखिलेश यादव का भी चयन हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपको इस प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहिए. तहसीलों में आपको सेवा देनी होगी. वहां आधे से अधिक राजस्व सम्बन्धी विवाद हैं. विवाद का समय से निस्तारण नहीं होने की वजह से गरीब पिसता है. मैं खुद हर दिन पांच सौ से छह सौ लोगों से मिलता हूं. उनकी समस्याएं सुनकर समाधान सुनिश्चित करता हूं। अगर सरकारी तंत्र से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति इसी प्रकार शुरू कर दे तो जनता की समस्याएं होंगी ही नहीं. होंगी भी तो समय पर निस्तारित हो जाएंगी.
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार में पूरी निष्पक्षता से भर्ती प्रक्रिया पूरी की जा रही है. करीब पांच लाख भर्ती पूरी होने वाली है. ऐसी निष्पक्षता से भर्ती प्रक्रिया पूरी की गयी जिसपर विपक्ष भी सवाल खड़ा नहीं कर सका. डॉ शर्मा ने नवनियुक्त अधिकारियों को कुछ टिप्स भी दिए कि किस प्रकार से आगे काम करेंगे. नौकरी के दौरान जातिवाद का प्रभाव न बढ़ने दें. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने भी नवनियुक्त अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं.
दूसरी रैंक युगांतर त्रिपाठी, तीसरी रैंक हासिल करने वाली डॉ पूनम गौतम और अखिलेश यादव ने समेत कुछ नवनियुक्त अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए. योगी सरकार की सराहना की है.