लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को अनिवार्य रूप से भ्रमण कर अस्पतालों में उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जिलों में नोडल अधिकारी के तौर पर नामित स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्सक चिकित्सालय की व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए निरंतर प्रभावी प्रयास करें.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की और कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि दिल्ली से बड़े पैमाने पर होने वाले आवागमन को देखते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं. मेरठ मंडल के सभी जिलों के कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या दोगुनी की जाए. इन जिलों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मानव संसाधन की व्यवस्था आउटसोर्सिंग के माध्यम से करते हुए ट्रेनिंग के पश्चात की सेवाएं ली जाएं. उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण को प्रत्येक दशा में रोका जाना है, इसलिए कोविड-19 लक्षण वाले व्यक्ति को घर में रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि इससे संक्रमण के प्रसार की आशंका बनी रहती है. प्रदेश के कोविड-19 में एक लाख से अधिक ब्लड उपलब्ध हैं. संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कोविड संक्रमितों को कोविड अस्पतालों में रखा जाए. उसकी निरंतर मॉनिटरिंग की जाए. सभी जिलों में उपलब्ध वेंटिलेटर को कार्यशील रखने तथा निगरानी समितियों को सक्रिय बनाए रखने के निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं तथा आवश्यक ऑपरेशन 20 अप्रैल के बाद प्रारंभ कर दी हैं. जो चिकित्सालय स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुरूप पीपीई किट सहित सभी सावधानियों का पालन करते हुए चिकित्सा सुविधा प्रदान करना चाहते हैं, उन्हें जिला स्तर पर अनुमति दी जाए. कोविड संक्रमण को रोकने के लिए यह जरूरी है. यह सुनिश्चित किया जाए कि जिलों में बैंकों द्वारा सभी पात्र एवं इकाइयों को ऋण की सुविधा प्राप्त हो. मुख्य सचिव- को नगर निगम कर्मियों के वेतन भुगतान की समस्या का यथाशीघ्र समाधान कराने के भी निर्देश दिए हैं.