लखनऊः जनपद के सभी 80 शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को आरोग्य मेले का निरीक्षण एवं सुपरविजन करने के निर्देश दिए. उन्होंने स्वयं भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कठवारा, गढ़ा, कुम्हरावा, महोना पर आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का निरीक्षण किया. साथ ही आरोग्य मेले में दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.
घर के समीप दी जा रहीं स्वास्थ्य सुविधाएं
इस मौके पर सीएमओ ने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के माध्यम से आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उनके घर के समीप ही दी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि बीमारी के इलाज करने से बेहतर है, उसका बचाव, इसलिए यदि बीमारी के बारे में समय से पता चला जाए तो इलाज बेहतर हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस मेले के माध्यम से गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श और जरूरी सेवाएं, परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के बारे में जानकारी देने के साथ ही उनके फायदे भी बताये जा रहे हैं.
'ओपीडी के साथ अन्य उपचार मिल रहे'
सीएमओ ने कहा कि ओपीडी सेवाओं के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, दिमागी बुखार, कालाजार, फाइलेरिया एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएं दी जा रही हैं. साथ ही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) एवं मुख्यमंत्री आरोग्य अभियान की जानकारी देने के साथ ही गोल्डन कार्ड का वितरण किया जा रहा है.
मेले में 6,711 मरीज हुए पंजीकृत
डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि इन मेलों के द्वारा पूर्ण टीकाकरण और उसके बारे में परामर्श दिया जा रहा है. बच्चों में डायरिया व न्यूमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं भी दी जा रही हैं. इसके अलावा कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनके उपचार के लिए समुचित कार्रवाई की जा रही है. जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में कुल 6,711 मरीज पंजीकृत हुए, जिसमें पुरुष मरीज 2380, महिला मरीज 3253 और 1078 बच्चे थे.
मेले में 555 गोल्डन कार्ड बने
इस अवसर पर 555 गोल्डन कार्ड बने. मेले में स्वास्थ्य विभाग के अलावा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए. आरोग्य मेले का आयोजन कोविड से बचाव के सभी प्रोटोकॉल के साथ किया जा रहा है. साथ ही 770 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.