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गोमती नदी के किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरिडोर के प्रस्ताव को सीएम ने दी मंजूरी

एलडीए की तरफ से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था. जिसमें गोमती नदी के बाएं और दाएं तट पर हरियाली के बीच दो लेन का एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. इसके अलावा दोनों सड़कों के दोनों तरफ पैदल चलने वाले लोगों के लिए भी फुटपाथ बनाए जाने की व्यवस्था होगी. यह रोड आईआईएम सीतापुर रोड हरदोई बाईपास से किसान पथ के पास तक बनाई जाएगी. इससे किसान पथ से सीधे सीतापुर हरदोई बायपास रोड नेटवर्क के माध्यम से जाया जा सकेगा. इससे कई इलाकों को जोड़ा जा सकेगा.

गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
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Published : Feb 15, 2021, 10:51 AM IST

लखनऊः राजधानी की बड़ी आबादी को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य गोमती नदी के किनारे ग्रीन कॉरिडोर का नया रोड नेटवर्क बनाने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दे दी है. लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सीएम ने मुख्य सचिव को इसके लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं.


तीन विभागों के सहयोग से बनेगा ग्रीन कारीडोर
सीएम के निर्देश के अनुसार इस ग्रीन काॉरिडोर के निर्माण में आवास विकास विभाग, सिंचाई विभाग व लोक निर्माण विभाग सहयोग करेंगें. एलडीए की तरफ से इस ग्रीन कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री के सामने एलडीए के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन भी दिया है. एक निजी कम्पनी ने भी शहर के जाम को लेकर कई सुझाव भी दिए हैं.

गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
20 किमी लंबा होगा ग्रीन कॉरिडोर
करीब 20 किलोमीटर लंबे इस गोमती नदी किनारे बनने वाले फोरलेन सड़क के रोड नेटवर्क में 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च का आकलन किया गया है. अकेले एलडीए इतना खर्च कैसे करेगा इसको लेकर सीएम ने तीन विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी है. गोमती नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे तक यह फोरलेन सड़क बनाई जाएगी, जिससे इन इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी और जाम की समस्या से राहत मिल सकेगी.


एलडीए ने शासन को भेजा था प्रस्ताव
एलडीए की तरफ से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था. जिसमें गोमती नदी के बाएं और दाएं तट पर हरियाली के बीच दो लेन का एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. इसके अलावा दोनों सड़कों के दोनों तरफ पैदल चलने वाले लोगों के लिए भी फुटपाथ बनाए जाने की व्यवस्था होगी. यह रोड आईआईएम सीतापुर रोड हरदोई बाईपास से किसान पथ के पास तक बनाई जाएगी. इससे किसान पथ से सीधे सीतापुर हरदोई बायपास रोड नेटवर्क के माध्यम से जाया जा सकेगा. इससे कई इलाकों को जोड़ा जा सकेगा.


बंधा रोड के अंतर्गत बनेगी सड़क
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत करीब 270 करोड़ रुपये की एक बसंत कुंज योजना के अंतर्गत बंधा रोड बनाने का प्रस्ताव भी बनाया गया है जो कि शासन स्तर पर स्वीकृत भी हो चुका है. इसमें कुछ हिस्सा एलडीए व सिंचाई विभाग को करना है. अब इसे बढ़ाकर ग्रीन कॉरिडोर करने पर सहमति बन गई है. बसंत कुंज योजना, आईआईएम, गोमती नगर विस्तार व शालीमार वन वर्ल्ड के पास बंधा रोड कुछ भाग बन भी चुका है. अब पूरी नदी के किनारों पर यह नया ग्रीन कॉरिडोर का रोड नेटवर्क बनाने का काम होगा.


विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके होगा काम
एलडीए के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी है. अब आगे विस्तृत कार्ययोजना तैयार होगी, जो मुख्य सचिव के स्तर पर होनी है. एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. इसको शासन स्तर पर मंजूरी मिलती है तो कई इलाकों तक विकास की रफ्तार तेज करने में आसानी होगी. वहीं लोगों को जाम से भी बड़ी निजात मिलेगी.


1090 चौराहा होगा लिंक, बन रहा है सिटी लिंक पॉइन्ट
गोमती नदी किनारे बनने वाले इस नए फोरलेन के ग्रीन कारीडोर के नए रोड़ नेटवर्क के अंतर्गत लखनऊ के 1090 चौराहा व पिपराघाट को भी लिंक किया जाएगा. 1090 चौराहा शहर का नया सिटी प्वाइंट भी बन रहा है. इसी से ग्रीन कॉरिडोर के लिंक रोड से लोग अन्य क्षेत्रों में जा सकेंगे. पहले ही 1090 चौराहा को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए हैदर कैनाल रोड पर योजना है. यह दोनों रोड 4418 करोड रुपये के मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है इनके बनने से सीधे शहर के बाहर जाने में आसानी मिलेगी. अब जब सीएम के स्तर पर मंजूरी मिल गई है तो इस पर काम जल्द शुरू होगा.

लखनऊः राजधानी की बड़ी आबादी को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य गोमती नदी के किनारे ग्रीन कॉरिडोर का नया रोड नेटवर्क बनाने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दे दी है. लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सीएम ने मुख्य सचिव को इसके लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं.


तीन विभागों के सहयोग से बनेगा ग्रीन कारीडोर
सीएम के निर्देश के अनुसार इस ग्रीन काॉरिडोर के निर्माण में आवास विकास विभाग, सिंचाई विभाग व लोक निर्माण विभाग सहयोग करेंगें. एलडीए की तरफ से इस ग्रीन कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री के सामने एलडीए के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन भी दिया है. एक निजी कम्पनी ने भी शहर के जाम को लेकर कई सुझाव भी दिए हैं.

गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरीडोर को मंजूरी
20 किमी लंबा होगा ग्रीन कॉरिडोर
करीब 20 किलोमीटर लंबे इस गोमती नदी किनारे बनने वाले फोरलेन सड़क के रोड नेटवर्क में 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च का आकलन किया गया है. अकेले एलडीए इतना खर्च कैसे करेगा इसको लेकर सीएम ने तीन विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी है. गोमती नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे तक यह फोरलेन सड़क बनाई जाएगी, जिससे इन इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी और जाम की समस्या से राहत मिल सकेगी.


एलडीए ने शासन को भेजा था प्रस्ताव
एलडीए की तरफ से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था. जिसमें गोमती नदी के बाएं और दाएं तट पर हरियाली के बीच दो लेन का एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. इसके अलावा दोनों सड़कों के दोनों तरफ पैदल चलने वाले लोगों के लिए भी फुटपाथ बनाए जाने की व्यवस्था होगी. यह रोड आईआईएम सीतापुर रोड हरदोई बाईपास से किसान पथ के पास तक बनाई जाएगी. इससे किसान पथ से सीधे सीतापुर हरदोई बायपास रोड नेटवर्क के माध्यम से जाया जा सकेगा. इससे कई इलाकों को जोड़ा जा सकेगा.


बंधा रोड के अंतर्गत बनेगी सड़क
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत करीब 270 करोड़ रुपये की एक बसंत कुंज योजना के अंतर्गत बंधा रोड बनाने का प्रस्ताव भी बनाया गया है जो कि शासन स्तर पर स्वीकृत भी हो चुका है. इसमें कुछ हिस्सा एलडीए व सिंचाई विभाग को करना है. अब इसे बढ़ाकर ग्रीन कॉरिडोर करने पर सहमति बन गई है. बसंत कुंज योजना, आईआईएम, गोमती नगर विस्तार व शालीमार वन वर्ल्ड के पास बंधा रोड कुछ भाग बन भी चुका है. अब पूरी नदी के किनारों पर यह नया ग्रीन कॉरिडोर का रोड नेटवर्क बनाने का काम होगा.


विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके होगा काम
एलडीए के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी है. अब आगे विस्तृत कार्ययोजना तैयार होगी, जो मुख्य सचिव के स्तर पर होनी है. एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. इसको शासन स्तर पर मंजूरी मिलती है तो कई इलाकों तक विकास की रफ्तार तेज करने में आसानी होगी. वहीं लोगों को जाम से भी बड़ी निजात मिलेगी.


1090 चौराहा होगा लिंक, बन रहा है सिटी लिंक पॉइन्ट
गोमती नदी किनारे बनने वाले इस नए फोरलेन के ग्रीन कारीडोर के नए रोड़ नेटवर्क के अंतर्गत लखनऊ के 1090 चौराहा व पिपराघाट को भी लिंक किया जाएगा. 1090 चौराहा शहर का नया सिटी प्वाइंट भी बन रहा है. इसी से ग्रीन कॉरिडोर के लिंक रोड से लोग अन्य क्षेत्रों में जा सकेंगे. पहले ही 1090 चौराहा को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए हैदर कैनाल रोड पर योजना है. यह दोनों रोड 4418 करोड रुपये के मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है इनके बनने से सीधे शहर के बाहर जाने में आसानी मिलेगी. अब जब सीएम के स्तर पर मंजूरी मिल गई है तो इस पर काम जल्द शुरू होगा.

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