लखनऊ. लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (Lucknow City Transport Services Limited) गोमती नगर डिपो के दो कर्मचारियों ने सिटी बस के ब्रेक शू और कबाड़ डिपो के बाहर कबाड़ी को बेच दिया. इसकी जानकारी जब सिटी बस के अधिकारियों को मिली तो वे दोनों कर्मचारियों को पकड़कर कबाड़ी की दुकान पर ले गए. यहां पर कबाड़ी ने इनकी पहचान की. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों कर्मचारियों की संविदा समाप्त कर दी गई.
जानकारी के मुताबिक, 29 अक्टूबर की शाम को गोपनीय सूत्रों से सिटी बस के अधिकारियों को खबर मिली कि लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के गोमतीनगर डिपो के बस नंबर 5869 में कार्यशाला के कर्मचारियों ने ब्रेक शू और कुछ कबाड़ गोमतीनगर कार्यशाला के बाहर कबाड़ी के यहां बेच दिया. 31 अक्टूबर को गोमतीनगर कार्यशाला के पास कबाड़ी की दुकान पर सिटी बस के अधिकारी पहुंचे और कहा कि हम पुराने ब्रेक शू खरीदना चाह रहे हैं. कबाड़ी वाले को जब विश्वास हुआ कि यह सिटी बस से नहीं हैं, बल्कि ग्राहक हैं तो उसने वही दो ब्रेक शू 700 रुपए में बेच दिए. वर्कशॉप जाकर स्पष्ट हुआ कि यही ब्रेक शू कार्यशाला से गए थे.
अधिकारी एमवी नातू ने बताया कि इस कार्य में प्रत्यक्ष रूप से मोहम्मद वसीम चालक और कार्यशाला कार्मिक मोहम्मद सोहैल और जीतेन्द्र वर्मा शामिल थे. उन्होंने बताया कि कबाड़ी की दुकान पर कार्यशाला कार्मिक सोहैल और चालक वसीम को एआरएम के साथ गोमतीनगर से लाया गया. कबाड़ी ने दोनों को पहचान की कि इन्होंने ही समान बेचा था. एआरएम गोमतीनगर को ब्रेक शू उपलब्ध कराके पूरे प्रकरण की जांच कर अनुशासनिक कार्रवाई करने के प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए गए. एआरएम गोमतीनगर ने तीनों कार्मिकों की संविदा समाप्त कर सेवा से पृथक कर दिया.
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प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी ने बताया कि लापरवाही के लिए पर्यवेक्षकों का भी उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा, जिससे सिटी बस के कर्मचारी इस तरह की घटना को फिर से अंजाम न दे पाएं.
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