लखनऊ : राजधानी के ऐतिहासिक सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालय क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने सोमवार को इस डिग्री कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल को पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया. साथ ही, प्रबंधक को नियम अनुसार कार्यवाहक प्राचार्य की नियुक्ति करके विश्वविद्यालय को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है.
क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज की वर्तमान कार्यवाहक प्राचार्य डॉक्टर प्रोनोती सिंह हैं. कुलसचिव की ओर से जारी आदेश में लखनऊ विश्वविद्यालय संयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडे के एक पत्र का हवाला दिया गया है. यह पत्र बीते 10 अगस्त को कुलसचिव को भेजा गया था.
इसके मुताबिक डॉक्टर प्रोनोती सिंह की अधिवर्षता आयु ( 62 वर्ष) बीते 6 अगस्त को पूरी हो चुकी है. बावजूद इसके उनके द्वारा प्राचार्य एवं परीक्षा अधीक्षक के दायित्वों का निर्वहन अभी भी किया जा रहा है.
लखनऊ विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार अधिवर्षता आयु पूरी होने के बाद शिक्षक द्वारा प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन नहीं किया जा सकता है. इसके आधार पर कुलसचिव की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
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क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. मुकेश पति के आकस्मिक निधन के चलते डॉक्टर प्रोनोती सिंह को महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
हालांकि, आपसी विवाद के चलते तत्कालीन प्रबंधक आर.आर लायल ने उन्हें पद से हटा दिया था. उनके बाद महाविद्यालय के एक अन्य शिक्षक डॉ. ए. दाऊद को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई.
प्रबंधक के इस फैसले के खिलाफ डॉक्टर प्रोनोती सिंह ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. 20-22 जुलाई के बीच न्यायालय की तरफ से उनके पक्ष में फैसला आया था और उसके बाद वह दोबारा इस पद पर बैठीं थीं.
इस ऐतिहासिक कॉलेज में प्रबंधक पद को लेकर भी विवाद चल रहा है. वर्तमान में दो पक्ष अपनी दावेदारी कर रहे हैं. एक पक्ष लालबाग गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल अणिमा रिसाल सिंह का है. उन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से भी प्रबंधक बांध लिया गया.
वहीं, दूसरा पक्ष महाविद्यालय के पूर्व प्रबंधक आर.आर लायल का है. उनका आरोप है कि षड्यंत्र करके महाविद्यालय पर कब्जा किया जा रहा है.