लखनऊ : महंगे गिफ्ट ने विभाग से बगावत कराई और उन्हीं गिफ्ट ने आपस में अदावत भी करा दी. नतीजतन अब्बास अंसारी से रोजाना चित्रकूट जेल में मिलने आने वाली पत्नी निखत को जेल जाना पड़ा और जेल अधीक्षक के साथ आठ जेल कर्मियों पर अब बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है. हालांकि वाकया जितना सीधा दिख रहा था, उतना है नहीं. विभाग से बगावत तो चित्रकूट जेल के अंदर हर जेल कर्मी कर रहा था, लेकिन महंगे गिफ्ट को लेकर आपस में शुरू हुई अदावत अफसरों के कानों तक पहुंच गई थी. इसके बाद अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया.
चित्रकूट जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निखत यूं तो कई महीनों से कई बार चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी से बंद कमरे में घंटों मुलाकात कर चुकी थी, लेकिन बीती 3 मुलाकातों के बाद से चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी की मनमानी पर जेल कर्मियों में ही अदावत भी शुरू हो गई थी. महंगे गिफ्ट और घूस में मोटी रकम के झगड़े के बाद से जेल कर्मियों के बीच में ही मनमुटाव निखत और अब्बास के मुलाकात की व्यवस्था अफसरों के कानों में पहुंचने लगी थी.
मुख्तार अंसारी की बहू निखत बानो वैसे तो अब्बास अंसारी के जेल जाने के बाद से ही कई बार जेल में मिलने जा चुकी थीं, लेकिन बीते शुक्रवार को निखत बानो जैसे ही अब्बास अंसारी से मुलाकात करने पहुंची, चित्रकूट जेल से एक अधिकारी को फोन कर दिया गया. फोन पहुंचते ही जिले की एसपी को सूचित किया गया और डीएम के साथ एसपी प्राइवेट गाड़ी से छापेमारी करने पहुंच गईं. जानकारी के मुताबिक यह पहली बार नहीं था कि चित्रकूट जेल में भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों की कारगुजारी की खबर अफसरों को दी गई हो. इससे पहले भी जब निखत अब्बास से मिलने आई थी, तब भी अफसरों को फोन किया गया था, लेकिन तब तक वह मुलाकात कर जेल से बाहर जा चुकी थी. ऐसे में अफसर ने अगली बार निखत के जेल पहुंचते ही फोन करने के लिए कहा गया था. शुक्रवार को जैसे ही निखत बुर्के में जेल पहुंची, अधिकारी को सटीक सूचना दे दी गई. अफसर को जेल के पीसीओ से फोन कर बताया गया कि निखत और अब्बास अंसारी जेल अधीक्षक के कमरे में मौजूद हैं और बाहर से ताला बंद है.
गिफ्ट की मारामारी के बीच कौन बना मुखबिर : अब तक मिली सूचना के मुताबिक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के 18 नवंबर 2022 को चित्रकूट जेल में पहुंचते ही जेल के अधिकारियों को महंगे गिफ्ट और पैसे पहुंचने शुरू हो गए थे. सूत्रों ने बताया कि चित्रकूट जेल के सबसे बड़े अधिकारी को अब्बास अंसारी की तरफ से एक लग्जरी कार गिफ्ट भी की गई थी. अब्बास के चित्रकूट जेल पहुंचते ही मानो वहां के अधिकारियों और कर्मचारियों की तो लॉटरी निकल पड़ी थी. अब अब्बास अंसारी के इशारों में पूरी जेल चलने लगी थी. पत्नी निखत से मुलाकात हो या फिर अय्यास जिंदगी जीने के लिए तमाम सुख सुविधाएं चोरी चुपके से दी जाने लगीं. इस बीच कुछ कर्मियों के बीच गिफ्ट की मारामारी मचने लगी और अदावत इस कदर बढ़ गई कि एक दूसरे को बर्बाद करने की होड़ मच गई थी.
सूत्रों के मुताबिक जिस जेल बंदी रक्षक जगमोहन ने डीएम और एसपी की छापेमारी के दौरान अब्बास अंसारी को जेल अधीक्षक के कमरे से निकाला वो अपने साथियों पर खुद को मुख्तार और अब्बास अंसारी का करीबी होने के नाम पर रुआब गांठने लगा था और हर गिफ्ट में अपना कट मांगने लगा था. यही वजह थी कि बीती तीन मुलाकातों के बाद से अधिकारियों तक चित्रकूट जेल में चल रहे खेल की जानकारी पहुंचने लगी थी और बीते शुक्रवार को सटीक मुखबिरी के बाद जेल अधीक्षक के कमरे में मुलाकात का खेल पकड़ा गया. हालांकि अब चित्रकूट जेल में चल रही अब्बास अंसारी की इस मनमानी में आठ जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. विभागीय जांच के बाद इन जेलकर्मियों को बर्खास्त करने की भी तैयारी चल रही है.