लखनऊ : राजधानी के प्रतिष्ठित मिशनरी विद्यालयों में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब वहां पर प्रवेश के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. ऐसे में जो लोग अपने बच्चों का एडमिशन इन प्रतिष्ठित विद्यालयों में करना चाहते हैं. तो इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों को लेकर अभिभावक काफी टेंस रहते हैं. अगर घर में ही कुछ बेसिक चीज बच्चों को सिखाई जाए तो उन्हें आसानी से इन बड़े स्कूलों में एडमिशन दिलाया जा सकता है.
मिशनरी विद्यालयों में एडमिशन शुरू होते ही माता-पिता का एडमिशन इंटरव्यू में होता है और बच्चों से पूछे जाने वाले सवाल को लेकर वह काफी परेशान रहते हैं. एक समय था जब इन स्कूलों में एडमिशन कराना बहुत आसान था. माता-पिता बच्चों के साथ स्कूल जाते थे और दाखिला कर लेकर पर अब दाखिला कराना. यहां पर चुनौती पूर्ण हो गया है, अब दाखिला लेने से पहले बच्चों से सवाल जवाब किए जाते हैं या लिखित परीक्षाएं ली जाती है. केवल बच्चों से ही सवाल पूछे जाते हैं माता-पिता से भी सवाल किए जाते हैं.
कुछ ऐसे सवाल जिनके मतलब बच्चों को आना चाहि | |
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लोरेटो और ला मार्टनियर में इंटरव्यू : राजधानी लखनऊ में लोरेटो कॉलेज, ला-मार्टीनिया बॉयज कॉलेज, ला-मार्टनियर गर्ल्स कॉले, माउंट कार्मल, सेंट फ्रांसिस, कैथेड्रल स्कूल, शाहिद करीब दो दर्जन बड़े मिशनरी स्कूल हैं. इन विद्यालय के नर्सरी क्लास में एडमिशन लेने के लिए राजधानी लखनऊ में 1 लाख से अधिक अभिभावक आवेदन करते हैं. यहां तक की स्कूल में आवेदन पत्र शुल्क ₹5000 तक निर्धारित कर रखा है. राजधानी के सभी बड़े मिस्त्री स्कूलों में नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. लोरेटो कॉन्वेंट में 20 नवंबर के बाद इंटरव्यू शुरू करेगा. ला मार्टनियर स्कूल जनवरी में इंटरव्यू करने की तैयारी कर रहा है. दूसरे स्कूल भी जनवरी के दूसरे सप्ताह में इंटरव्यू लेंगे.
बच्चों को रंग, नंबर और शेप के बारे में सिखाएं : प्री प्राइमरी स्कूल एसोसिएशन के प्रेसीडेंट तुषार चेतवानी ने बताया कि मिशनरी विद्यालयों में नर्सरी एडमिशन में बच्चों से ज्यादा कुछ नहीं पूछा जाता बस उनके प्रेजेंस ऑफ माइंड को लेकर ही सवाल पूछे जाते हैं. इन विद्यालयों में अगर अभिभावक अपने बच्चों का एडमिशन कराना चाहते हैं तो वह बच्चों को रंगों के बारे में, नंबर्स के बारे में, शेप के बारे में और अल्फाबेट के बारे में सिखाएं क्योंकि इंटरव्यूज के दौरान इन्हीं से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. इसके लिए अभिभावक पूरे दिन में एक समय निर्धारित कर ले. जब वह बच्चों को खेल-खेल में इन चीजों के बारे में बता सकें और कुछ सवाल जवाब ऐसे तैयार करें जिससे इन्हें यह जानकारियां खेल-खेल में ही दी जा सकें. इसके अलावा जब भी बच्चा किसी सवाल का जवाब सही दे तो उसकी तारीफ करें ताकि उसके अंदर आत्मविश्वास बड़े और वह उसे चीजों के बारे में जल्दी सीखेगा. कुछ कुछ बच्चे बहुत शर्माते हैं, अगर आपका बच्चा भी शर्मीला है तो उसके नए दोस्त बनवाएं. उससे बात करने के लिए उसे प्रोत्साहित करें और उसे दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा खेलने दें ताकि उसके अंदर की झिझक खत्म हो. इससे भी जरूरी चीज है कि बच्चों को गुड मॉर्निंग, गुड आफ्टरनून, गुड इवनिंग, थैंक यू, प्लीज और सॉरी जैसे बुनियादी शिष्टाचार के शब्द सीखने जो इंटरव्यू में काफी मायने रखते हैं.
मिशनरी स्कूलों की नर्सरी कक्षा में बच्चों के एडमिशन के लिए इन बातों का रखें ध्यान