लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी मंगलवार को अचानक ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंचे. परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सिंह, लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के साथ औचक निरीक्षण करने पहुंचे. मुख्य सचिव ने आरटीओ कार्यालय के कमरों का निरीक्षण किया. इस दौरान कमरे में पड़ी अव्यवस्थित फाइलों को देखकर वह भड़क गए और इंचार्ज को निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया.
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने आरटीओ कार्यालय के निरीक्षण के दौरान मिली खामियों पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई. गंदा टॉयलेट और टाइल्स देख नाराज हुए और फौरन साफ-सफाई के निर्देश दिए. बिल्डिंग की दुर्दशा देखकर भी मुख्य सचिव काफी खफा हुए. मुख्य सचिव ने एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी से इन फाइलों के बारे में पूछताछ की और सख्त निर्देश जारी किए कि संबंधित इंचार्ज को या तो निलंबित किया जाए या फिर ट्रांसफर किया जाए.
निरीक्षण के दौरान कार्यालय से काफी संख्या में कर्मचारी भी नदारद थे, इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली. निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को मुख्य सचिव ने एक माह का समय दिया है.
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने आरटीओ कार्यालय में आम जनता का हाल जाना. उन्होंने पूछा कि लाइसेंस के नाम पर कहीं उनसे ठगी तो नहीं की जा रही. आवेदकों ने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम होने के चलते दलालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं. जैसे ही कार्यालय परिसर में मौजूद दलालों को मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और डीएम के आने की जानकारी हुई, वैसे ही कार्यालय में हड़कंप मच गया. सभी दलाल कार्यालय परिसर से भाग खड़े हुए.
RTO कार्यालय पहुंचे मुख्य सचिव, अव्यवस्था देख अधिकारियों की लगाई क्लास
लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने औचक निरीक्षण किया. अव्यवस्थाओं को देख भड़के मुख्य सचिव ने इंचार्ज को निलंबित करने का निर्देश जारी किया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी मंगलवार को अचानक ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंचे. परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सिंह, लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के साथ औचक निरीक्षण करने पहुंचे. मुख्य सचिव ने आरटीओ कार्यालय के कमरों का निरीक्षण किया. इस दौरान कमरे में पड़ी अव्यवस्थित फाइलों को देखकर वह भड़क गए और इंचार्ज को निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया.
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने आरटीओ कार्यालय के निरीक्षण के दौरान मिली खामियों पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई. गंदा टॉयलेट और टाइल्स देख नाराज हुए और फौरन साफ-सफाई के निर्देश दिए. बिल्डिंग की दुर्दशा देखकर भी मुख्य सचिव काफी खफा हुए. मुख्य सचिव ने एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी से इन फाइलों के बारे में पूछताछ की और सख्त निर्देश जारी किए कि संबंधित इंचार्ज को या तो निलंबित किया जाए या फिर ट्रांसफर किया जाए.
निरीक्षण के दौरान कार्यालय से काफी संख्या में कर्मचारी भी नदारद थे, इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली. निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को मुख्य सचिव ने एक माह का समय दिया है.
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने आरटीओ कार्यालय में आम जनता का हाल जाना. उन्होंने पूछा कि लाइसेंस के नाम पर कहीं उनसे ठगी तो नहीं की जा रही. आवेदकों ने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम होने के चलते दलालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं. जैसे ही कार्यालय परिसर में मौजूद दलालों को मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और डीएम के आने की जानकारी हुई, वैसे ही कार्यालय में हड़कंप मच गया. सभी दलाल कार्यालय परिसर से भाग खड़े हुए.