लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के समय अन्य प्रदेशों से पैदल आ रहे प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों, कामगारों और अन्य व्यक्तियों की सुरक्षा और संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी और कर्मचारी प्रवासी व्यक्तियों से सम्मानजनक एवं सह्रदयता से सेवक जैसा व्यवहार करें.
प्रमुख सचिव ने कहा कि इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता होने पर सम्बन्धित अधिकारी और कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाहर से आने वाले प्रवासियों के समुचित भोजन, पीने का ताजा पानी और उचित स्थान पर पण्डाल और उद्घोषणा के लिए लाउडस्पीकर की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
उन्होंने यह निर्देश पत्र के माध्यम से सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्त लखनऊ और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को दिए. उन्होंने शेल्टर और क्वारंटाइन होम में खाना, पानी, शौचालय और साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था कराए जाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में प्रवेश के स्थान पर पर्याप्त बसों की व्यवस्था और प्रत्येक जिले में कम से कम 200 निजी बसें और स्कूल बसों को प्रवासियों के आगमन के लिए आरक्षित रखा जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रवासियों को पैदल और अन्य असुरक्षित वाहनों जैसे- टू-व्हीलर्स, थ्री-व्हीलर्स से यात्रा न करनी पड़े, इसके लिए बसों अथवा ट्रेनों से ले जाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिए कि होम क्वारंटाइन में स्थित व्यक्तियों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार निगरानी समितियां पूरी तरह से सक्रिय रहें और जिलाधिकारियों की ओर से इसकी प्रतिदिन समीक्षा की जाए. उन्होंने कहा कि समस्त मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और पीआरवी 112 वाहन से निरन्तर पेट्रोलिंग की जाए. उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर तैनात व्यक्ति पर्याप्त सुरक्षा सामग्री मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें.