लखनऊ : सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वे तीन टप्पे की गेंद भी नहीं खेल पाएंगे. उनको खेल खेलना चाहिए. इस बात के जवाब को लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अखिलेश यादव पर जमकर हमला किया. उन्होंने उस समय अखबार में प्रकाशित खबर का उल्लेख करते हुए कहा कि किस तरह का खेल अखिलेश यादव खेलते थे यह खबर बता रही है. वह आउट होते थे तो नो बॉल हो जाती थी. पहली गेंद पर आउट हो गए थे. हमको तो लगा था कि नेता प्रतिपक्ष बड़े खिलाड़ी हैं और उनको उत्तर प्रदेश से राजीव गांधी खेल रत्न जो कि अब ध्यान चंद खेल रत्न हो चुका है उसके लिए प्रस्तावित किया जाए. ऐसा खेल होता था.
उन्होंने बताया कि इस मुकाबले के बाद उनके चाचा शिवपाल ने जो कहा था वह भी दर्ज है. उन्होंने कहा था कि वह भी खेलते हैं. उनके पास खेलने का प्रमाण पत्र भी है. जबकि आजम खान का नाम लिए बिना योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक और चाचा जान थे. जुनून कहा था कि अगर अधिकारी जीत जाते तो हम यह मानते हैं कि उनका पूरा ध्यान खेल पर है काम पर नहीं, लेकिन अब हार गए हैं तो कह सकते हैं कि थोड़ा बहुत काम भी वे कर रहे हैं.
खेलों के बहाने ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर उनकी सरकार में भ्रष्टाचार के अनेक आरोप जड़ दिए. उन्होंने कहा कि खेल तो बहुत बड़े बड़े हुए थे आप की सरकार में. खाद्यान्न घोटाले का खेल, मथुरा में रामवृक्ष का खेल, नियुक्तियों का खेल, शाहजहांपुर में पत्रकार जोगेंद्र को जिंदा जला देने का खेल. उन्होंने कैग घोटाले का हवाला देते हुए कहा कि एक और 96 हजार करोड़ रुपये का घोटाला खुला है.