लखनऊ : कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहुत खास रहे आईएएस अधिकारी रिग्जियान सैमफिल ने शैक्षिक रिटायरमेंट की मांग करते हुए इस्तीफा दिया है. उनके त्यागपत्र का कारण व्यक्तिगत बताया जा रहा है. रिग्जियान की गिनती बहुत ही संवेदनशील आईएएस अफसरों में की जाती रही है. उनके बारे में प्रख्यात रहा है कि मुख्यमंत्री का सचिव रहने के दौरान उन्होंने अनेक लोगों की बहुत ही संवेदनशील तरीके से मदद की. खास तौर पर गरीबों और अस्पतालों में परेशान हो रहे लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहे. रिग्जियान ने जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज कुमार सिन्हा के सलाहकार के तौर पर भी काम किया.
यूपी के एक और आईएएस ने वीआरएस मांगा है. वर्ष 2003 बैच के आईएएस अफसर ने सेवानिवृत्ति की मांग की है. आईएएस रिग्जियान ने VRS के लिए अप्लाई किया है. रिग्जियान सैमफिल ने वीआरएस के लिए नियुक्ति विभाग में अपना आवेदन किया है. सैमफिल मौजूदा समय में रेजिडेंट कमिश्नर हैं. योगी सरकार बनने के बाद सीएम कार्यालय में विशेष सचिव थे. 2018 में डैप्युटेशन पर जम्मू कश्मीर चले गए थे. वीआरएस मांगने वाले उत्तर प्रदेश के पिछले कुछ समय में वे चौथे अफसर हैं.
वर्ष 2003 बैच के IAS रिग्जियान सैमफिल अखिलेश, योगी सरकार में विशेष सचिव CM रहे. विवेकाधीन कोष से इलाज, शादी को जितना धन बांटा, उतना किसी ने नहीं बांटा है. मुख्यमंत्री के डे अफसर रहते किसी ने भी उनसे जरूरत में मदद की मांग की तो खुद ही वह आगे आकर मदद करते रहे. इसी तरह से उत्तर प्रदेश के सुदूर जिलों में अगर किसी को सरकारी अस्पताल में समस्या होती थी तभी वह लगातार मदद करते रहे. ऐसे संवेदनशील अफसर का उत्तर प्रदेश में रिटायरमेंट लेना एक बड़ी खबर बताया जा रहा है.
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