लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में तीन मई तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर टीम-11 की बैठक बुलाई. बैठक में अगले 20 दिनों तक प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से कैसे रोकना है, इस पर चर्चा की गई.
साथ ही इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी कि इस दौरान लोगों को कैसे सहूलियत दी जाए, लोगों को लॉकडाउन के दौरान कोई समस्या न हो, प्रदेश में उद्योग क्षेत्र की समस्याओं से कैसे निपटा जाए, ताकि रोजगार को भारी नुकसान से रोका जा सके. किसानों की समस्याओं को दूर करते हुए खेती-किसानी का काम होता रहे, ऐसे तमाम बिंदुओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के उच्चाधिकारियों के साथ चर्चा की.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से साफ कहा कि लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए पूरी दृढ़ता से अधिकारी कार्य करें. किसी भी हाल में कोई लॉकडाउन को नहीं तोड़े. अगर कोई लॉकडाउन को तोड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. निचले स्तर तक लॉकडाउन अनुपालन कराने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए.
लॉकडाउन के अनुपालन से ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है, इसलिए इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. जिम्मेदार अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष पिछले 24 घंटे की पूरी रिपोर्ट पेश की तो सीएम ने भी उन्हें निर्देश दिए. बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद रहे.
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