लखनऊ: परिवहन विभाग ऐसे कमर्शियल वाहनों के खिलाफ विशेष तौर पर चेकिंग अभियान चलाने जा रहा है, जिन वाहनों में आदेश के बावजूद अभी तक स्पीड लिमिटिंग डिवाइस नहीं लगाई गई हैं और अगर लगाई भी गई हैं तो वह काम नहीं कर रही है. ऐसे वाहनों पर परिवहन विभाग जुर्माना भी वसूलेगा.
कमर्शियल वाहनों के खिलाफ चलेगा चेकिंग अभियान
परिवहन विभाग ऐसे कमर्शियल वाहनों के खिलाफ विशेष तौर पर चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई करेगा जिन वाहनों में आदेश के बावजूद अभी तक स्पीड लिमिटिंग डिवाइस नहीं लगाई गई हैं. अगर लगाई भी गई हैं तो काम नहीं कर रही है.
चेकिंग अभियान में ऐसे वाहन स्वामियों पर स्पीड लिमिटिंग डिवाइस न लगे होने पर या फिर लगे होने के बावजूद काम नहीं करने पर ढाई हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा. वहीं दूसरी बार अगर इसी तरह की कमी पाई जाती है तो 5000 रुपये मौके पर से वसूल किए जाएंगे.
स्पीड लिमिटिंग डिवाइस से नियंत्रित होगी वाहनों की स्पीड
इस अभियान का मकसद हाइवे पर ओवर स्पीड दौड़ रहे वाहनों पर नियंत्रण स्थापित करना है जो दुर्घटना का सबब बनते हैं. दुर्घटनाओं के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उसमें ओवर स्पीड से मरने वालों की संख्या लगभग 52 फीसदी है. स्पीड लिमिटिंग डिवाइस से वाहन की स्पीड नियंत्रित की जा सकेगी, जिससे ओवरस्पीड से होने वाली घटनाओं पर नियंत्रण स्थापित किया जा सके.