लखनऊ : चालान न हो इसलिए वाहन स्वामी वाहन का एक नंबर ही धुंधला कर देते हैं या काट देते हैं. इससे ऑनलाइन चालान से बच जाते हैं, लेकिन चेकिंग अभियान में ऐसे वाहन स्वामी आरटीओ की नजर से नहीं बच पाए. नंबर प्लेट पर सही से नंबर न दिखने वाले वाहनों का चालान किया गया. दो पहिया वाहन हो या चार पहिया या फिर भारी वाहन, जिस वाहन पर नंबर सही नहीं पाया गया उस पर कार्रवाई हुई. ऐसे वाहन जिन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी उन पर भी एक्शन लिया गया.
लखनऊ के आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज बताते हैं कि 'परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (Transport Minister Dayashankar Singh) के निर्देश पर वाहन पर सही से नंबर दर्ज न होने पर चेकिंग अभियान चलाया गया. प्रवर्तन टीम ने दिसम्बर 2022 से अब तक कुल 319 वाहनों का चालान बिना एचएसआरपी और अस्पष्ट नम्बर प्लेट के किए हैं. बताया कि ऐसे वाहन सड़क पर मिले तो कार्रवाई तय है. बीते दिनों परिवहन मंत्री ने अस्पष्ट वाहन नंबर वाले वाहनों को पकड़ा था. इसके बाद इस तरह के अस्पष्ट नंबरों के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए थे.' उनका कहना था कि 'जिन वाहनों में स्पष्ट नंबर नहीं दर्ज होते हैं ऐसे वाहन अगर कोई दुर्घटना करके भाग जाते हैं तो उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है, जबकि नंबर प्लेट पर स्पष्ट नंबर होने से अगर कोई दुर्घटना करता है तो उसकी खोजबीन आसानी से हो सकती है. ट्रक चालक चालान से बचने के लिए विशेष तौर पर ऐसा करते हैं. परिवहन अधिकारी, पुलिस और यातायात पुलिस से बचने के लिए भी लोग अपने दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर भी नंबर प्लेट पर सही से नंबर अंकित नहीं करते हैं. ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है.'
बता दें कि वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाने की अवधि निर्धारित है. एचएसआरपी न लगे होने पर ₹5000 के चालान की भी व्यवस्था है, लेकिन अभी तक वाहनों में काफी कम संख्या में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट ही लग पाई है. नए वाहनों में तो यह नंबर प्लेट लगकर आ रही है, लेकिन पुराने वाहन स्वामी यह नंबर प्लेट लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, क्योंकि इस प्लेट में साफ-सुथरे नंबर लिखे होते हैं, साथ ही वाहन स्वामी का डाटा भी दर्ज होता है.
यह भी पढ़ें : राजधानी में भव्य रोड शो, 50 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव पर लगेगी मुहर