लखनऊ: मशहूर गायिका कनिका कपूर का कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाई गईं. उसके बाद पता चला कि कनिका कपूर ने लंदन से वापस आने के बाद कई सार्वजनिक पार्टियों में हिस्सा लिया, जहां कई ब्यूरोक्रेट्स व राजनेता मौजूद थे. वहीं इन सबके बाद जिम्मेदार अधिकारी हरकत में आए और कनिका के संपर्क में आए हुए लोगों की पहचान की जा रही है. वहीं कनिका के इस रवैए को लेकर सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल ने सरोजनी नगर थाने में कनिका कपूर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद कनिका कपूर के मामले में स्वास्थ्य विभाग का ढुलमुल रवैया देखने को मिला. जहां एक ओर एफआईआर में कनिका के लखनऊ पहुंचने की तारीख गलत अंकित की गई तो वहीं सीएमओ साहब ने कनिका की जांच लखनऊ एयरपोर्ट पर होना बताया था. जबकि कनिका कपूर की जांच लखनऊ एयरपोर्ट पर नहीं हुई थी. कनिका कपूर को एफआईआर में 14 मार्च को राजधानी लखनऊ आना बताया गया था, जबकि कनिका 11 मार्च को राजधानी लखनऊ पहुंची थीं.
इन गलतियों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कनिका के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने किस तरह से लापरवाही बरती. इस मामले में जब सीएमओ लखनऊ नरेंद्र अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि त्रुटि वश ऐसी गलतियां हो गई थीं, जिसमें सुधार कर लिया गया है. एफआईआर में सुधार के लिए सीएमओ ने दूसरी लिखित शिकायत की है.
विदेश से वापस लौटने के बाद कनिका कपूर सीधे ताज होटल गई थीं. 14 तारीख को कनिका कपूर ताज होटल पहुंची थीं. जिस समय कनिका कपूर ताज होटल पहुंचीं, उस समय साउथ अफ्रीका की टीम भी ताज होटल में मौजूद थी. ऐसे में यह शंका बनी हुई है कि कहीं कनिका के संपर्क में आने से साउथ अफ्रीका की टीम भी संक्रमित न हुई हो. हालांकि कनिका के ताज होटल में रुकने की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ जिला प्रशासन ने ताज होटल को बंद रखने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद ताज होटल को सेनिटाइज भी कराया गया है.
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