लखनऊ: राजधानी में कई रेलवे स्टेशनों के सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. ट्रांसपोर्ट नगर रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा रेलवे के कई अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है. इन सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा नवनियुक्त रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा जल्द ही करेंगे. इसके लिए रेलवे ने अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं की रिपोर्ट भी तैयार करनी शुरू कर दी है.
संस्था ने खींचे हाथ, अधर में लटका चारबाग का काम
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने नए साल के पहले दिन ही कार्यभार संभाला है. लखनऊ की लंबित परियोजनाओं को लेकर रेलवे मंत्रालय सख्ती बरत रहा है, क्योंकि तकरीबन 1900 करोड़ रुपये की लागत से पीपीपी माडल पर गोमती नगर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने का काम चल रहा है. आलमनगर-उतरेटिया मालगाड़ी के बाईपास पर डबलिंग का काम हो रहा है. आलमनगर स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन बनाने का काम चल रहा है. मानक नगर स्टेशन पर लूप लाइन की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. इसके अलावा कई अन्य प्रोजेक्ट पर भी रेलवे काम कर रहा है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के सामने 1800 करोड़ रुपये से चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने का प्रोजेक्ट भी रखा जाएगा.
बता दें कि कुछ माह पहले ही नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन ने चारबाग के आधुनिकीकरण के काम से मना कर दिया था. इसी वजह से चारबाग रेलवे स्टेशन का काम बीच में ही रुक गया. अब नई संस्था को काम देने की योजना भी बनाई जा रही है. गोमती नगर विश्वस्तरीय स्टेशन के वर्तमान प्रगति की रिपोर्ट रेल भूमि विकास प्राधिकरण के अधिकारी रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के सामने प्रस्तुत करेंगे.
इन कामों की भी होगी समीक्षा
चारबाग स्टेशन की यार्ड रिमॉडलिंग, दो नए प्लेटफार्म का निर्माण, निकासी रेल लाइन बिछाने, मानक नगर से दिलकुशा तक दो नई एंट्री के प्लान लगातार लेट हो रहे हैं. ऐसे में समीक्षा के दौरान रेलवे अधिकारियों को अध्यक्ष की फटकार भी लग सकती है. समीक्षा के दौरान तेजस एक्सप्रेस को नई दिल्ली से लखनऊ होकर अयोध्या तक चलाने की फिजिकलिटी रिपोर्ट पर भी अध्यक्ष की तरफ से कोई फैसला हो सकता है.