लखनऊ : मध्य वायु कमान दो से आठ दिसंबर तक अपनी हीरक जयंती (Central Air Command to celebrate Diamond Jubilee) का जश्न मनाएगा. मध्य वायु कमान की स्थापना मार्च 1962 में कोलकाता के रानी कुटीर में इंडो-नेपाल व इंडो तिब्बतन बॉर्डर की निगरानी के लिए चलाए जा रहे वायु अभियानों पर नियंत्रण रखने के लिए की गई थी. मुख्यालय मध्य वायु कमान को फरवरी 1966 में प्रयागराज में फिर से स्थापित किया गया और इसकी उपलब्धियों का एक समृद्धशाली इतिहास रहा है. पिछले कुछ वर्षों में, इसने राष्ट्र-गगन की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है.
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि हीरक जयंती महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रमों का आयोजन होगा. कार्यक्रम में मुख्यालय मध्य वायु कमान के कार्मिकों एवं उनके परिजनों की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति और 400 किमी. लंबा चार दिवसीय प्रयागराज से लखनऊ और वापस लखनऊ से प्रयागराज तक का साइकिलिंग अभियान शामिल है. हवाई प्रदर्शनों के अंतर्गत विविध लड़ाकू क्षमताओं का प्रदर्शन करने वाले फ्लाई पास्ट एवं लो-लेवल एक्रोबेटिक्स का भी आयोजन किया जा रहा है. एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी, नीता चौधरी अध्यक्षा वायु सेना परिवार कल्याण संघ के साथ 16 दिसंबर 22 को महोत्सव में शिरकत करेंगे.
मध्य वायु कमान के सभी भूतपूर्व कमांडिंग-इन-चीफ और सीएसी बेसों के वर्तमान कमांडरों को भी महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. हीरक जयंती महोत्सव का समापन 18 दिसंबर को होगा.
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