ETV Bharat / state

शासन के आदेश के बावजूद महिला शक्ति केंद्र को नहीं मिला कार्यालय - सुधाकरण शरण पांडे

सरकारी योजनाओं के प्रति महिलाओं को जागरुक करने के उद्देश्य से सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में कार्यालय खोलने के निर्देश दिए थे. लेकिन अभी तक उनके लिए  कार्यालय उपलब्ध नहीं हुए हैं.

महिला शक्ति केंद्र
author img

By

Published : Feb 2, 2019, 1:09 PM IST

लखनऊ : शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना था. जिसके लिए महिला कल्याण अधिकारी सहित दो अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर ली गई है. लेकिन लखनऊ कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यालय के लिए जगह न मिल पाने के कारण जिले में महिला शक्ति केंद्र नहीं खोला जा सका.

सुधाकरण शरण पांडे प्रोविजनल अधिकारी

undefined
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने महिला शक्ति केंद्र के माध्यम से महिलाओं को सशक्त करने की योजना बनाई है. जिसके तहत इस महिला शक्ति केंद्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करनी होगी और महिलाओं तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाना होगा.
महिला शक्ति केंद्र का मुख्य उद्देश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं को उन तक पहुंचाना जानकारी देना और उसका लाभ पहुंचाना है.
सुधाकरण शरण पांडे प्रोविजनल अधिकारी लखनऊ ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना था, जिसके लिए पिछले दिनों कमेटी बनाकर कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई है लेकिन अभी तक जगह न मिल पाने के चलते कार्यालय नहीं बनाया गया है. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है जो गांव में और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त करने के लिए काम कर रहे हैं.

लखनऊ : शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना था. जिसके लिए महिला कल्याण अधिकारी सहित दो अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर ली गई है. लेकिन लखनऊ कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यालय के लिए जगह न मिल पाने के कारण जिले में महिला शक्ति केंद्र नहीं खोला जा सका.

सुधाकरण शरण पांडे प्रोविजनल अधिकारी

undefined
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने महिला शक्ति केंद्र के माध्यम से महिलाओं को सशक्त करने की योजना बनाई है. जिसके तहत इस महिला शक्ति केंद्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करनी होगी और महिलाओं तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाना होगा.
महिला शक्ति केंद्र का मुख्य उद्देश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं को उन तक पहुंचाना जानकारी देना और उसका लाभ पहुंचाना है.
सुधाकरण शरण पांडे प्रोविजनल अधिकारी लखनऊ ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना था, जिसके लिए पिछले दिनों कमेटी बनाकर कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई है लेकिन अभी तक जगह न मिल पाने के चलते कार्यालय नहीं बनाया गया है. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है जो गांव में और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त करने के लिए काम कर रहे हैं.
Intro:एंकर

लखनऊ। शासन ने महिलाओं को सशक्त करने व सरकारी योजनाओं के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में महिला शक्ति केंद्र खोलने के निर्देश दिए थे। शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना था। जिसके लिए महिला कल्याण अधिकारी सहित दो अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर ली गई है लेकिन लखनऊ कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यालय के लिए जगह न मिल पाने के चलते जिले में महिला शक्ति केंद्र नहीं खोला जा सका।
बताते चलें केंद्र सरकार ने महिला शक्ति केंद्र के माध्यम से महिलाओं को सशक्त करने की योजना बनाई है जिसके तहत इस महिला शक्ति केंद्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करनी है और महिलाओं तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाना है। महिला शक्ति केंद्र का मुख्य उद्देश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं को उन तक पहुंचान, जानकारी देना और उसका लाभ पहुंचाना है।
सुधाकरण शरण पांडे प्रोविजनल अधिकारी लखनऊ ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन से निर्देश मिलने के बाद राजधानी लखनऊ में महिला शक्ति केंद्र खोला जाना है जिसके लिए पिछले दिनों कमेटी बनाकर कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई है लेकिन अभी तक जगह न मिल पाने के चलते कार्यालय नहीं बनाया गया है। लेकिन कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है जो गांव में और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त करने के लिए काम कर रहे हैं और जिले की महिलाओं तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाने में मदत कर रहे हैं।





Body:सभी जिलों में खुलने हैं शक्ति केंद्र

शासन के निर्देशों के तहत प्रदेश के सभी जिलों में महिला शक्ति केंद्र खोले जाने हैं। प्राथमिकता के तौर पर प्रदेश के उन जिलों में सबसे पहले महिला शक्ति केंद्र खोलने हैं और प्राथमिकता से काम को ज़मीन पर उतारना है जो अति पिछड़े क्षेत्र है। बताते चलें प्रदेश में 8 जिलों को अति पिछड़ा जिले के तौर पर घोषित किया गया है। इन जिलों में स्थिति को बेहतर करने के लिए महिलाओं को सशक्त करने के लिए प्राथमिकता से कार्य करना है। साथ ही साथ प्रदेश के समस्त जिलों में महिला शक्ति केंद्र खोल कर महिलाओं को सुविधा उपलब्ध करानी है और उन्हें सशक्त करना है।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.