उज्जैन: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे का शुक्रवार को एनकाउंटर कर दिया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. इसके बाद बिकास दुबे का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह उज्जैन के महाकाल मंदिर में बेखौफ घूमता और टहलता नजर आ रहा है.
गैंगस्टर विकास दुबे एक आम आदमी की तरह मंदिर परिसर में घूम रहा है. उसे लोगों ने भी नहीं पहचाना, क्योंकि आम लोगों की तरह लाइन में लगकर वह दर्शन के लिए जा रहा था. इस दौरान उसने टेंपरेचर भी चेक कराया. मुंह पर मास्क लगाया हुआ है. ये वीडियो उसकी गिरफ्तारी के पहले का है, जब वो आराम से मंदिर परिसर में टहल रहा था. यहीं से उज्जैन पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे को यूपी पुलिस को सौंपा था, जिसके बाद शुक्रवार को वह एनकाउंटर में मारा गया. विकास दुबे को लेकर यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उसकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विकास दुबे ने पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोलियां भी चलाईं. पुलिस के मुताबिक जबावी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने विकास को मार गिराया.
कौन है विकास दुबे?
शिवली क्षेत्र के बिकरू गांव निवासी विकास दुबे के खिलाफ 52 से ज्यादा मामले यूपी के कई जिलों के थानों में चल रहे हैं. उस पर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था. उसने दो जुलाई को अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस दल पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था.
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विकास दुबे ने 1993 से आपराधिक दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद उसने कई युवकों के साथ अपना खुद का गैंग बनाया और लूट, डकैती, हत्या जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने लगा था. एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ में मारे जाने के साथ ही विकास दुबे के काले युग का अंत हो गया.