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CBSE Board Exam : 12वीं इकनॉमिक्स में चाहते हैं 100 प्रतिशत मार्क्स, तो ऐसे करें पढ़ाई...

सीबीएसई बोर्ड(CBSE BOARD) ने 10वीं व 12वीं के टर्म टू परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. यह परीक्षाएं अगले महीने से होनी हैं, परीक्षाओं के विषय में ईटीवी भारत की टीम ने विशेषज्ञ से जाना कि 12वीं क्लास की तैयारी के लिए कौन से टॉपिक महत्वपूर्ण हैं.

12वीं इकनॉमिक्स में चाहते हैं 100 प्रतिशत मार्क्स, तो ऐसे करें पढ़ाई
12वीं इकनॉमिक्स में चाहते हैं 100 प्रतिशत मार्क्स, तो ऐसे करें पढ़ाई
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Published : Mar 29, 2022, 4:08 PM IST

Updated : Mar 29, 2022, 4:38 PM IST

लखनऊ : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE) की ओर से 10वीं व 12वीं के टर्म टू परीक्षा का कार्यक्रम घोषित किया जा चुका है. यह परीक्षाएं अगले महीने से शुरू होगीं. इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए ईटीवी भारत ने 'SUCCESS मंत्र' कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस विशेष अभियान में आज हम केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ बिजनौर के शिक्षक राकेश कुमार मिश्र से 12वीं की परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र(Economics) विषय की परीक्षा की तैयारी के लिए चर्चा करेंगे.

शिक्षक राकेश कुमार मिश्र
शिक्षक राकेश कुमार मिश्र


प्रश्नः 2022 की परीक्षा का पैटर्न क्या है ? किस तरह से सवाल पूछे जाएंगे ?
उत्तरः परीक्षा लिखित प्रकार की होगी. इसका समय 2.00 घंटे निर्धारित है. 15 मिनट छात्रों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए अतिरिक्त दिया जाएगा. प्रश्नपत्र में कुल 13 प्रश्न होंगे. इसमे 5 प्रश्न 2 अंकों के अति लघु उत्तरीय प्रकार के होंगे. पांच प्रश्न 3 अंकों के लघु उत्तरीय प्रकार के होंगे तथा 3 प्रश्न 5 अंकों के दीर्घ उत्तरीय प्रकार के होंगे. पाठ्यक्रम दो भागों में बंटा हुआ है. खंड-क में 22 अंको के प्रश्न समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) के होंगे तथा खंड-ख में 18 अंको के प्रश्न इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के होंगे. प्रश्नपत्र में केस स्टडी पर आधारित प्रश्न भी होंगे. खंड-ख के पाठ्यक्रम में ध्यान रहे की राष्ट्रीय आय से 10 अंकों के प्रश्न, राष्ट्रिय आय एवं रोजगार निर्धारण से 12 अंकों के प्रश्न, भारतीय अर्थव्यस्था की वर्तमान चुनौतियों से 12 अंकों के प्रश्न तथा पड़ोसी देशों से विकास अनुभव की तुलना से 6 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे.
प्रश्नः महत्वपूर्ण टॉपिक्स कौन-कौन से हैं, जिनसे बार-बार प्रश्न पूछे जाते हैं ?
उत्तरः समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) में राष्ट्रीय आय चैप्टर के लिए भारांक 10 अंकों का है. इसी प्रकार आय एवं रोजगार निर्धारण चैप्टर के लिए भारांक 12 अंकों का है. अर्थात केवल यही दो चैप्टर ही ठीक से तैयार कर लेने पर छात्रों के 22 अंक सुरक्षित हो जाएंगे. इन दोनों चैप्टरों से सीबीएसई ने हर साल अनेक प्रश्न पूछे है. इसी प्रकार भारतीय अर्थव्यस्था की वर्तमान चुनौतियों के चैप्टर से अवसंरचना (Infrastructure) एवं पोषणीय विकास (Sustainable Development) से संबंधित प्रश्न हर साल पूछे जाते हैं. चीन, भारत एवं पाकिस्तान के मध्य आर्थिक विकास कि रणनीतियों एवं आर्थिक संवृद्धि की तुलना को ठीक से तैयार करना परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा.
प्रश्नः कुछ महत्वपूर्ण सवाल, जो हर वर्ष अमूमन पूछे जाते हैं ?
उत्तरः राष्ट्रीय आय के अनुमान की तीनों विधियों में से किसी एक या कभी-कभी दो विधियों से राष्ट्रीय आय के आंकलन का एक न्यूमेरिकल आना लगभग तय होता है. पूर्ण रोजगार निर्धारण, स्फीतिक अंतराल, अवस्फीतिक अंतराल में से एक प्रश्न हर वर्ष पूछा जाता है. भारत में उर्जा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों को तैयार कर लेने पर यहां से एक या दो प्रश्न अत्यंत संभावित है. पर्यावरण एवं पोषणीय विकास (Sustainable Development) की अवधारण से एक या दो प्रश्न आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
प्रश्नः परीक्षा की तैयारी के दौरान क्या क्या सावधानियां बरतें और तैयारी की रणनीति क्या होनी चाहिए ?
उत्तरः सबसे पहले टर्म-2 के पाठ्यक्रम एवं चैप्टर के अनुसार अंक आवंटन (जो ऊपर दिया है) का गहन अवलोकन करें. इसके लिए बाजार में उपलब्ध स्रोतों का उपयोग करने के बजाय सीबीएसई द्वारा उपलब्ध सूचना, परिपत्र का उपयोग करें. यह सीबीएसई अकादमिक वेबसाइट पर उपलब्ध है. बाजार में उपलब्ध कई पुस्तकों में भ्रामक सूचनाएं भी देती हैं, जिससे छात्र भटक सकते हैं. इसके अलावा सीबीएसई द्वारा उपलब्ध कराए गए टर्म-2 के सैंपल पेपर को मानक मानते हुए अधिकाधिक प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें. NCERT की पुस्तकों को ही उत्तर लिखने एवं विषयवस्तु तैयार करने के लिए आधार बनाएं.
प्रश्नः कुछ गलतियों जो अमूमन छात्र करते हैं और इन गलतियों को कैसे सुधारा जाए ?
उत्तरः छात्र आरेख (रेखा चित्रों) का घर पर अभ्यास नहीं करते हैं. इससे वे परीक्षा में गलत आरेख बना देते हैं. समीकरणों, सूत्रों एवं न्युमेरिकल्स का गहन अभ्यास करके जाएं अन्यथा या तो परीक्षा में समय प्रबंधन नहीं हो पायेगा या न्यूमेरिकल गलत हो जाएगा. इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के भाग को हलके में लेने की गलती न करें. यहां मनगढ़ंत या धुर काल्पनिक उत्तर लिखने की गलती न करें. तथ्यात्मक उत्तर लिखने का अभ्यास करें. परीक्षा के पूर्व व्यर्थ के तनाव से दूर रहें . सम्यक दिनचर्या अपनाएं. पढ़ने के लिए अभी से उचित टाइम टेबल बनाएं एवं उसका पालन करें.
प्रश्नः परीक्षा में उत्तर लिखते समय बच्चों को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तरः परीक्षा के पूर्व प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए दिए जाने वाले 15 मिनट का पूर्ण प्रयोग करें. केस स्टडी पर आधारित प्रश्नों को गहनता से समझने का यही ठीक समय होता है. समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखें. अति लघु उत्तरीय प्रश्नों में ज्यादा लिखने से बचे. इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के प्रश्नों का उत्तर बिन्दुवार देने का प्रयास करें. समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) में यदि किसी उत्तर में आरेख शामिल है, तो उसे गंभीरतापूर्वक और स्वछता से बनाएं ताकि आरेख प्रभावशाली हो. अंत में कुछ समय लिखे हुए उत्तरों का पुनरवलोकन करने हेतु जरुर बचाएं.

इसे पढ़ें- CBSE 10th hindi exam 2022: विशेषज्ञ से जानिए बेहतरीन मार्क्स लाने के टिप्स..

लखनऊ : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE) की ओर से 10वीं व 12वीं के टर्म टू परीक्षा का कार्यक्रम घोषित किया जा चुका है. यह परीक्षाएं अगले महीने से शुरू होगीं. इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए ईटीवी भारत ने 'SUCCESS मंत्र' कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस विशेष अभियान में आज हम केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ बिजनौर के शिक्षक राकेश कुमार मिश्र से 12वीं की परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र(Economics) विषय की परीक्षा की तैयारी के लिए चर्चा करेंगे.

शिक्षक राकेश कुमार मिश्र
शिक्षक राकेश कुमार मिश्र


प्रश्नः 2022 की परीक्षा का पैटर्न क्या है ? किस तरह से सवाल पूछे जाएंगे ?
उत्तरः परीक्षा लिखित प्रकार की होगी. इसका समय 2.00 घंटे निर्धारित है. 15 मिनट छात्रों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए अतिरिक्त दिया जाएगा. प्रश्नपत्र में कुल 13 प्रश्न होंगे. इसमे 5 प्रश्न 2 अंकों के अति लघु उत्तरीय प्रकार के होंगे. पांच प्रश्न 3 अंकों के लघु उत्तरीय प्रकार के होंगे तथा 3 प्रश्न 5 अंकों के दीर्घ उत्तरीय प्रकार के होंगे. पाठ्यक्रम दो भागों में बंटा हुआ है. खंड-क में 22 अंको के प्रश्न समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) के होंगे तथा खंड-ख में 18 अंको के प्रश्न इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के होंगे. प्रश्नपत्र में केस स्टडी पर आधारित प्रश्न भी होंगे. खंड-ख के पाठ्यक्रम में ध्यान रहे की राष्ट्रीय आय से 10 अंकों के प्रश्न, राष्ट्रिय आय एवं रोजगार निर्धारण से 12 अंकों के प्रश्न, भारतीय अर्थव्यस्था की वर्तमान चुनौतियों से 12 अंकों के प्रश्न तथा पड़ोसी देशों से विकास अनुभव की तुलना से 6 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे.
प्रश्नः महत्वपूर्ण टॉपिक्स कौन-कौन से हैं, जिनसे बार-बार प्रश्न पूछे जाते हैं ?
उत्तरः समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) में राष्ट्रीय आय चैप्टर के लिए भारांक 10 अंकों का है. इसी प्रकार आय एवं रोजगार निर्धारण चैप्टर के लिए भारांक 12 अंकों का है. अर्थात केवल यही दो चैप्टर ही ठीक से तैयार कर लेने पर छात्रों के 22 अंक सुरक्षित हो जाएंगे. इन दोनों चैप्टरों से सीबीएसई ने हर साल अनेक प्रश्न पूछे है. इसी प्रकार भारतीय अर्थव्यस्था की वर्तमान चुनौतियों के चैप्टर से अवसंरचना (Infrastructure) एवं पोषणीय विकास (Sustainable Development) से संबंधित प्रश्न हर साल पूछे जाते हैं. चीन, भारत एवं पाकिस्तान के मध्य आर्थिक विकास कि रणनीतियों एवं आर्थिक संवृद्धि की तुलना को ठीक से तैयार करना परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा.
प्रश्नः कुछ महत्वपूर्ण सवाल, जो हर वर्ष अमूमन पूछे जाते हैं ?
उत्तरः राष्ट्रीय आय के अनुमान की तीनों विधियों में से किसी एक या कभी-कभी दो विधियों से राष्ट्रीय आय के आंकलन का एक न्यूमेरिकल आना लगभग तय होता है. पूर्ण रोजगार निर्धारण, स्फीतिक अंतराल, अवस्फीतिक अंतराल में से एक प्रश्न हर वर्ष पूछा जाता है. भारत में उर्जा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों को तैयार कर लेने पर यहां से एक या दो प्रश्न अत्यंत संभावित है. पर्यावरण एवं पोषणीय विकास (Sustainable Development) की अवधारण से एक या दो प्रश्न आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
प्रश्नः परीक्षा की तैयारी के दौरान क्या क्या सावधानियां बरतें और तैयारी की रणनीति क्या होनी चाहिए ?
उत्तरः सबसे पहले टर्म-2 के पाठ्यक्रम एवं चैप्टर के अनुसार अंक आवंटन (जो ऊपर दिया है) का गहन अवलोकन करें. इसके लिए बाजार में उपलब्ध स्रोतों का उपयोग करने के बजाय सीबीएसई द्वारा उपलब्ध सूचना, परिपत्र का उपयोग करें. यह सीबीएसई अकादमिक वेबसाइट पर उपलब्ध है. बाजार में उपलब्ध कई पुस्तकों में भ्रामक सूचनाएं भी देती हैं, जिससे छात्र भटक सकते हैं. इसके अलावा सीबीएसई द्वारा उपलब्ध कराए गए टर्म-2 के सैंपल पेपर को मानक मानते हुए अधिकाधिक प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें. NCERT की पुस्तकों को ही उत्तर लिखने एवं विषयवस्तु तैयार करने के लिए आधार बनाएं.
प्रश्नः कुछ गलतियों जो अमूमन छात्र करते हैं और इन गलतियों को कैसे सुधारा जाए ?
उत्तरः छात्र आरेख (रेखा चित्रों) का घर पर अभ्यास नहीं करते हैं. इससे वे परीक्षा में गलत आरेख बना देते हैं. समीकरणों, सूत्रों एवं न्युमेरिकल्स का गहन अभ्यास करके जाएं अन्यथा या तो परीक्षा में समय प्रबंधन नहीं हो पायेगा या न्यूमेरिकल गलत हो जाएगा. इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के भाग को हलके में लेने की गलती न करें. यहां मनगढ़ंत या धुर काल्पनिक उत्तर लिखने की गलती न करें. तथ्यात्मक उत्तर लिखने का अभ्यास करें. परीक्षा के पूर्व व्यर्थ के तनाव से दूर रहें . सम्यक दिनचर्या अपनाएं. पढ़ने के लिए अभी से उचित टाइम टेबल बनाएं एवं उसका पालन करें.
प्रश्नः परीक्षा में उत्तर लिखते समय बच्चों को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तरः परीक्षा के पूर्व प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए दिए जाने वाले 15 मिनट का पूर्ण प्रयोग करें. केस स्टडी पर आधारित प्रश्नों को गहनता से समझने का यही ठीक समय होता है. समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखें. अति लघु उत्तरीय प्रश्नों में ज्यादा लिखने से बचे. इंडियन इकनोमिक डेवलपमेंट के प्रश्नों का उत्तर बिन्दुवार देने का प्रयास करें. समष्टि अर्थशास्त्र (MACRO ECONOMICS) में यदि किसी उत्तर में आरेख शामिल है, तो उसे गंभीरतापूर्वक और स्वछता से बनाएं ताकि आरेख प्रभावशाली हो. अंत में कुछ समय लिखे हुए उत्तरों का पुनरवलोकन करने हेतु जरुर बचाएं.

इसे पढ़ें- CBSE 10th hindi exam 2022: विशेषज्ञ से जानिए बेहतरीन मार्क्स लाने के टिप्स..

Last Updated : Mar 29, 2022, 4:38 PM IST
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