लखनऊ: टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (टीआरपी) के नाम पर होने वाली धांधली को लेकर मंगलवार को हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले की जांच के लिए सीबीआई से संस्तुति की गई थी. जिसके बाद सीबीआई ने इस मामले को टेकओवर कर लिया है. अपर प्रमुख सचिव गृह ने जानकारी देते हुए बताया कि टीआरपी के नाम पर होने वाली धांधली को लेकर सीबीआई से जांच की संस्तुति की गई थी. मामले को सीबीआई ने टेकओवर कर लिया है.
अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज
हजरतगंज थाने में गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने टीआरपी के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है. कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ आपराधिक साजिश, कूटरचित डिवाइस के जरिए धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा ने बताया कि निजी कंपनी के सीईओ की ओर से शिकायत पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है. निजी कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए टीआरपी की गणना में हेरफेर का आरोप लगाया है.
महाराष्ट्र में हुआ था टीआरपी में धोखाधड़ी का खुलासा
अपनी शिकायत में कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने एफआईआर में बताया गया है कि कुछ लोगों की पसंद और नापसंद के आधार पर टीआरपी तय की जाती है. इस तरह से टीआरपी का निर्धारण होता है. उस तरीके पर भी सवाल उठाए गए हैं. इससे पहले महाराष्ट्र में टीआरपी में धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने कई लोगों को आरोपी बनाया था. इसके बाद से लगातार टीआरपी के निर्धारण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.